नगर पालिका के कर्मी कार्यालय में काम पर नहीं लौटेंगे तो सभी पार्षद देंगे इस्तीफा

-डीएमसी को भेजा पत्र, बैठक में पता चला कि सचिव बैठक रद्द करने का नोटिस सचिव पालिका कार्यालय पर चस्पा गए

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल,20मई। कनीना पालिका के कर्मियों की हठधर्मिता अब धीरे-धीरे लोगों में उजागर होने लगी है। पालिका कर्मियों जिनमें जेई, एमई तथा सचिव की हठधर्मिता की एक शिकायत जिला नगर आयुक्त को पार्षदों ने भेजते हुए स्पष्ट किया है कि या तो ये कर्मी बाज आए और काम पर लौट आए वरना सभी पार्षद इस्तीफा देंगे। यहां तक कि गुरुवार को आयोजित बैठक में विभिन्न पार्षद पहुंचे, किंतु बैठक शुरू होने के बाद उन्हें पता चला की सचिव कार्यालय के बाहर बैठक स्थगित करने का नोटिस किसी को सूचना दिये बगैर चस्पा गए।

कनीना पालिका के तहत कार्यरत 40 सफाई कर्मी विगत 4 महीने से अपने वेतन के लिए तड़प रहे हैं। जिसको लेकर यह बैठक आयोजित की गई थी। बैठक की जानकारी रद्द करने की जानकारी न तो किसी पार्षद को दी गई न पालिका प्रधान को अपितु पालिका प्रधान ने सभी पार्षदों को बैठक के लिए आमंत्रित कर लिया और बैठक चलने के बाद पता चला कि कार्यालय के बाहर तो सचिव बैठक रद्द होने की सूचना चस्पा गए, जिनकी ने किसी पार्षद को इसकी भनक तक पड़ी ऐसे में सभी पार्षदों ने रोष जताया।

गुरुवार को आयोजित बैठक में जहां पूर्व प्रधान एवं पार्षद मास्टर दलीप सिंह, पार्षद दलीप सिंह वार्ड एक, उपप्रधान अशोक ठेकेदार, राजेंद्र पार्षद, पार्षद विक्की, मनीष पार्षद, रवि पार्षद प्रतिनिधि, मुकेश रोकी, संदीप धोलिया पार्षद प्रतिनिधि सहित विभिन्न ठेकेदार बैठक में पहुंचे।

जब बैठक शुरू हो गई तो उन्हें आश्चर्य हुआ कि बैठक में जेईएएमई और सचिव नहीं पहुंचे। यहां तक कि सचिव कार्यालय के बाहर इस बैठक रद्द होने का नोटिस चस्पा गए। बैठक में जहां 4 महीने से कर्मियों को सफाई कर्मियों को वेतन नहीं मिलने पर रोष जताया और कहा कि कनीना में 40 के करीब कर्मी सफाई कर्मी कार्यरत है अभी आबादी के हिसाब से 20 कर्मियों की और जरूरत है, किंतु इन 40 का भी वेतन 4 महीने से लटका रखा है। सभी ने मिलकर एक पत्र डीएमसी को भेजा है। जिसमें कहा गया है या तो ये सभी पालिका कर्मी बाज आए, समय पर सभी बैठकों में पहुंचे वरना सभी पार्षद इस्तीफा देंगे। लंबे समय से समस्या चली आ रही है। 

पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बैठक में बताया कि दीपावली के बाद से जहां एमई तैनाती पर नहीं लौट रहे हैं। सचिव एवं जेई काम पर नहीं लौट रहे हैं, महज खानापूर्ति कर रहे हैं, यही कारण है कि उनका वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सचिव के यहां कार्यभार ग्रहण करने के बाद दो बार बैठक आयोजित हो चुकी है, किंतु दोनों बैठकों में सचिव मौजूद नहीं रहे। उन्होंने खेद जताया कि कस्बा के सभी विकास कार्य कर्मियों की अकर्मण्यता के कारण रुक गए हैं। कनीना में जहां अवैध कब्जों की भरमार है, वहीं मानका वाली बणी में बार बार कूड़े कचरे में आग लग रही है। गड्ढ़ा खोदाई की कार्रवाई तक सचिव नहीं कर रहे है, किसानों के खेतों में कूड़ा कचरा पालीथिन उड़ कर जा रही है। यहां तक कि अनेकों समस्याएं कनीना कस्बे मुंह बाए खड़ी है। ऐसी स्थिति में पालिका प्रधान तथा पार्षद मजबूर नजर आए। उन्होंने जल्द से जल्द उच्च अधिकारियों को समस्या समाधान की मांग की है। पालिका प्रधान ने बताया कि इस संबंध में शिकायत उच्चाधिकारियों को यहां तक कि मुख्यमंत्री को भी भेजेंगे। उन्होंने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर 40 कार्यरत सफाई कर्मियों का वेतन निकालने की मांग की है।

बैठक में कई ठेकेदार पहुंचे और उन्होंने बताया कि उनका विगत एक वर्ष से पैसा नहीं मिल रहा है। जिसके चलते मजदूर नहीं रुक पा रहे हैं। उन्होंने भी अपनी राशि जेई से दिलपवाने की मांग की है।

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