हरियाणा भाजपा सरकार की रूचि मनेठी एम्स निर्माण के ढोल पीटकर श्रेय लेने में ज्यादा है विद्युत गति से निर्माण करने में नहीं है1 रेवाड़ी, 19 मई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मनेठी एम्स निर्माण के लिए माजरा गांव व भाजपा सरकार के बीच जमीन देने की सहमति होने पर भी हरियाणा सरकार द्वारा अभी तक प्रस्तावित जमीन को अधिग्रहीत करने की दिशा में कछुआ गति से चलने को दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बताया1 विद्रोही ने कहा कि हरियाणा भाजपा सरकार की रूचि मनेठी एम्स निर्माण के ढोल पीटकर श्रेय लेने में ज्यादा है विद्युत गति से निर्माण करने में नहीं है1 सवाल उठता है जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है व तीसरे लहर दरवाजे पर खड़ी है तब ऐसी स्थिति में एम्स जैसे उच्च स्वास्थ्य संस्थान के निर्माण के प्रति इतना उपेक्षा पूर्ण रवैया समझ से परे है1 जब माजरा के ग्रामीणों व सरकार के बीच जमीन मुद्दे पर सहमति हुए लगभग 2 माह का समय हो गया फिर भी विधिवत रूप से जमीन अधिग्रहण न करना दुर्भाग्यपूर्ण है1 विद्रोही ने कहा जमीन अधिग्रहण से पूर्व कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने में सरकार व प्रशासन जरूरत से ज्यादा समय लगा रहा है जो किसी भी तरह तर्कसंगत में उचित नहीं है1 एम्स निर्माण के लिए सरकार कुछ कर रही है यह दिखाने मंगलवार को मेडिकल एजुकेशन रिसर्च टीम का दौरा हो गया1 पर सवाल वही का वही है जमीन को सरकार कब्जे में लेने में देरी क्यों कर रही है? मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जन भावना के विपरीत अस्थाई कोविड अस्पतालों का उद्घाटन करनके मीडिया में अपना चेहरा चमका रहे हैं1 जबकि कथित रूप से उद्घाटित इन अस्थाई कोविड अस्पतालों में अभी तक जमीन पर कोरोना मरीजों को भर्ती करने की आवश्यक मैडिकल सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हुई है1 विद्रोही ने सवाल किया बिना स्वास्थ्य सेवा ढांचा खड़ा किए अस्थाई कोविड अस्पतालों के उद्घाटन में मुख्यमंत्री इतने उतावले क्यों है? और दीर्घकालिक उच्च स्वास्थ संस्थान मनेठी एम्स निर्माण की औपचारिकताएं पूरी करने में इतना ढूंलमुल रवैया क्यों है? भाजपा सरकार का यह रवैया समझ से परे है1 सैंट्रल विस्टा जैसे गैर जरूरी प्रोजेक्ट को तो मोदी सरकार आवश्यक सेवा घोषित करके निर्माण संबंधित सभी औपचारिकताएं विद्युत गति से पूरी करके उसका निर्माण कार्य तेजी से करवा रही है1 पर मनेठी एम्स सहित देशभर में घोषित विभिन्न एम्स प्रोजेक्टों में किसी पर भी काम नहीं हो रहा1 यहां तक कि निर्माण के पूर्व की कानूनी औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की जा रही1 विद्रोही ने कहा मोदी सरकार का यह रवैया जीवंत प्रमाण है कि उसकी प्राथमिकता देश मे स्वास्थ्य सेवा के एम्स जैसे उच्च संस्थानों का निर्माण करने की बजाय सेंट्रल विस्टा जैसे गैरजरूरी प्रोजेक्ट्स के निर्माण में ज्यादा है1 मोदी-भाजपा सरकार का एसा असंवेदनशील रवैया लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर खिलवाड़ की हद है1 Post navigation जमाखोरों, मुनाफाखोरों के मन मे कानून व प्रशासन का किंचित मात्र भी खौफ नहीं है : विद्रोही लापरवाह जिला प्रशासन के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वे सुधरने व डरने वाले नहीं : विद्रोही