सरकार व प्रशासन के बेहतर प्रबंधन से लगातार हो रहा कोरोना स्थिति में सुधार : कृषि मंत्री

-हर गांव में मेडिकल किट (कोविड-19 दवाई) वितरण का लक्ष्य, महामारी रोकथाम में सामाजिक संस्थाओं का सहयोग सराहनीय. -प्रदेश सरकार कोविड मरीजों के इलाज के लिए उठा रही प्रभावी कदम, जिले में ऑक्सीजन व स्वास्थ्य सुविधाओं की नहीं कोई कमी

बहल/सिवानी, 18 मई। प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि कोरोना बीमारी की रोकथाम को लेकर सरकार व प्रशासन पूरी गंभीरता के साथ कोविड-19 प्रबंधन कार्यों में लगी हुई है। बेहतर प्रबंधन के चलते जहां कोविड-19 मरीजों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं, वहीं संक्रमण के फैलाव में भी कमी आई है। कोरोना के रोकथाम के लिए टेस्ट, टै्रक एंड ट्रीट पर कड़ाई से अमल हो रहा है। इसलिए टीमों द्वारा कोरोना जांच के लिए घर घर जाकर हर ग्रामीण की स्क्रीनिंग एवं मरीजों की गहनता से जांच व पहचान की जा रही है।

श्रीदलाल मंगलवार को बहल तथा सिवानी के स्वस्थ्य केंद्रों का दौरा कर संक्रमित रोगियों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा ले रहे थे। उन्होंने कोविड आइसोलेशन वार्ड का दौरा कर चिकित्सा अधिकारियों से आक्सीजन की उपलब्धता, एंबुलैंस सुविधा, कोरोना टीकाकरण, कोविड जांच व उपचार कीट की जानकारी ली ओर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित रोगियों को होम आइसोलेट मरीजों के पास उपचार कीट समय पर पहुंचनी चाहिए। उपचार कीट में आक्सीमीटर, थर्मामीटर, नेबोलाइजर, दवाइयां आदि होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग के पास कोरोना उपचार के लिए पर्याप्त दवाइयां व आवश्यक उपकरण उपलब्ध हैं। उन्होंने आमजन का आह्वान किया कि इस संक्रमण के दौर में झोला छाप डाक्टरों सटेराइड दवाइया न ले और इसके अनुभवी चिकित्सक से परामर्श लेकर इलाज ले। उन्होंने कहा कि इन दवाइयों से ब्लैक फंगस नामक गंभीर बीमारी पैदा होती है और इसका इलाज मंहगा है। इसलिए अपने आसपास साफ सफाई रखे और फफुंदी युक्त सामग्री का कतई उपयोग ना करे। उन्होंने कहा कि कोरोना लक्षण वाले व्यक्ति आक्सीजन लेवल चैक करते रहे और आक्सीजन 90 लेवल से कम होने पर अस्पताल में उपचार लेना सुनिश्चित करे। इस महामारी के समय संसाधन के अभाव में किसी की जान नहीं जाने दी जाएगी।

कृषि मंत्री ने कहा कि जब से उन्हें भिवानी व दादरी जिला के कोविड प्रबंधन की जिम्मेवारी सौंपी गई है, तब से लगातार प्रशासनिक अधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठकंे करते हुए संक्रमण फैलाव की रोकथाम व कोविड इलाज संबंधी स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता आदि बारे योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। इसके चलते कोरोना मामलों में कमी आई है। उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना फैलाव शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी हो रहा है। इसे लेकर सरकार व प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है और ग्रामीण क्षेत्र में कोविड प्रबंधन को लेकर लगातार प्रयास जारी हैं। अब पूरा फोक्स ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण फैलाव के रोकने पर है और इसके लिए प्रभावी योजनाएं बनाकर क्रियान्वित की जा रही है। गांवों में कोविड इलाज के लिए मेडिकल किटों का वितरण इन्हीं योजना में से एक हैं। गांव में कोरोना लक्षण वालों को मेडिकल किट के माध्य से घर द्वार पर उपचार की सुविधा के सकारात्मक परिणाम आएंगे और शहरी क्षेत्र में अस्पतालों पर दबाव कम होगा।

उन्होंने कहा कि मेडिकल किटों की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। जहां भी जरूरत होगी गांव में मेडिकल किटें उपलब्ध करवाई जाएंगी।

कृषि मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से देश ही नहीं पूरा विश्व आर्थिक तौर से प्रभावित हुआ है। महामारी की रोकथाम में सभी को आगे आकर सरकार व प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना बीमारी से घबराने की नहीं बल्कि सावधानी के साथ इसका मुकाबला करने की जरूरत है। संक्रमण से स्वयं का बचाव ही दूसरा की सुरक्षा है। हर कोई मास्क, सोशल डिस्टेसिंग, बार-बार हाथ धोने आदि को अपनी आदत बना ले तो जल्द ही महामारी को खत्म किया जा सकता है। कोरोना से बचाव नियमों का स्वयं भी पालन करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। कृषिमंत्री ने बहल के गजानंद अग्रवाल व सिवानी के राजेश व रवि केडिया को एक-एक लाख सहायतार्थ कोरोना दवाइयों के लिए देने को कहा। उन्होंने सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों से संकट की घड़ी में जरूरत मंद की मदद करें। उन्होंने कहा कि बहल व सिवानी में स्थापित कोविड केंद्रों में आक्सीजन कंसट्रेटर व एबुलेंस सुविधा प्रदान की जाएगी। बहल में साफ सफाई की समूचित व्यवस्था बनाने के ग्राम सचिव को निर्देश दिये। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त नरवाल, पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह, एसडीएम ब्रह्मप्रकाश, नायब तहसीलदार सुरेश कुमार, डा. अजय श्योराण, डीएसपी अरविंद दहीया, डा.हरेंद्र सिंह, थाना प्रभारी सुंद्रपाल, रविंद्र मंढोली, सुशील केडिया, गजानंद अग्रवाल, विजय सिरसी, सुनील सिरसी, कर्मवीर चैहडिया, विरेंद्र लांबा, अनिल झाझडिया, सुनील थेबड, चैयरमेन सुरेश खटक, लालसिंह बड़वा, परमिंद्र, राजबीर सहित स्वास्थ्य केंद्रों का स्टाफ व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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