महिला कर्मचारी के बेहोश होकर गिरने के बाद भी कार्यक्रम जारी रखना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा।

हिसार में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहें निहत्थे किसानों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज,आसूं गैस के गोले छोड़ना और रबड़ की गोलियाँ चलाना बेहद शर्मनाक और घोर निंदनीय-चौधरी संतोख सिंह।
मुख्यमंत्री ने सस्ती लोकप्रियता के लिए किया प्राईवेट अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन।
लोकप्रियता की इतनी चाहत थी तो करते सरकारी अस्पताल बनाकर उद्घाटन।
मुख्यमंत्री ने प्रॉपगैंडा की भूख के कारण किया प्राईवेट अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन।
मुख्यमंत्री और शासन प्रशासन ने कोविड,लॉकडाउन और सुरक्षित हरियाणा के दिशा निर्देशों की स्वयं उड़ाई धज्जियां।
कार्यक्रम के दौरान महिला कर्मचारी का बेहोश होकर गिरना दुखद।

गुरुग्राम। दिनांक 17.05.2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि हिसार में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहें निहत्थे किसानों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज और आसूं गैस के गोले छोड़ना और रबड़ की गोलियाँ चलाना बेहद शर्मनाक और घोर निंदनीय है।हिसार में किसान अपने संवैधानिक अधिकार के तहत शांतिपूर्वक मुख्यमंत्री का विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन सरकार ने हरियाणा में आपसी भाईचारा तोड़ने के लिए निहत्थे किसानों पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया,आँसू गैस के गोले छोड़े तथा रबड़ की गोलियां चलायी जिसमें सैकड़ों किसान,महिलाएँ और बुजुर्ग घायल हो गए।जनता में किसानों पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज,आँसू गैस के गोले छोड़ना और रबड़ की गोलियां चलाने से ज़बर्दस्त आक्रोश है और समय आने पर जनता सरकार को सबक़ सिखाएगी।सरकार दमनकारी नीति अपनाकर तथा षडयंत्र रचकर किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है।आज किसान आंदोलन को 172 दिन हो गए हैं और जब तक तीनों काले क़ानून वापस नहीं हो जाते किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।

उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए प्राईवेट अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन किया।

यह अफसोसजनक है कि गुरुग्राम में एक ही जिला नागरिक अस्पताल था जिसकी इमारत को तोड़कर नई इमारत बनाने की घोषणा की गई थी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने भी कई बार 500 बेड का अस्पताल बनाने की घोषणा की थी लेकिन सात सालों में गुरुग्राम में एक भी सरकारी अस्पताल ना बन पाया। मुख्यमंत्री ने सस्ती लोकप्रियता के लिए प्राईवेट अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन किया है।मुख्यमंत्री को अगर लोकप्रियता की इतनी चाहत थी तो सरकारी अस्पताल बनाकर उद्घाटन करते।गुरुग्राम ज़िला अकेला ही हरियाणा सरकार को 50% से भी ज़्यादा रेवेन्यू देता है।

मुख्यमंत्री ने जिन प्राइवेट अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन किया है उनका सरकार से कोई लेना देना नहीं है और न ही सरकार ने उन पर कुछ ख़र्च किया है वह प्राइवेट सामाजिक संस्थाओं ने बनाये है और पूरे प्रदेश की जनता इस बात को जानती है। कोरोना संकटकाल में सरकार ने कोरोना मरीज़ों की जो दुर्गति हुई है वह पूरे प्रदेश के सामने हैं।उन्होने कहा कि सरकार कोरोना से लड़ने में पूरी तरह से फ़ेल हो गई है।

आज पूरे देश प्रदेश में कोरोना महामारी जनता पर क़हर ढा रही है और लाखों व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हैं ओर कोरोना से बड़ी संख्या में मौतें हो रही है।ऐसे समय में अगर मुख्यमंत्री चाहते तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए प्राइवेट अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन किया जा सकता था।लेकिन मुख्यमंत्री ने प्रॉपगैंडा की भूख के कारण लॉकडाउन में भीड़ इकट्ठी करके उद्घाटन किया तथा मुख्यमंत्री और शासन प्रशासन ने कोविड,लॉकडाउन और सुरक्षित हरियाणा के दिशा निर्देशों की स्वयं धज्जियां उड़ाई।कार्यक्रम के दौरान महिला कर्मचारी का बेहोश होकर गिरना बहुत दुखद है।महिला कर्मचारी के बेहोश होकर गिरने के बाद भी कार्यक्रम जारी रखना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।

उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार की तरफ़ से सुविधाएँ नाममात्र की है और सरकार प्राइवेट संस्थाओं द्वारा बनाए गए अस्थाई कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन करके झूठी वाहवाही लूटना चाहती है।

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