प्राईवेट अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला मरीज की मौत के बाद जेवरात न देने को लेकर हुआ हंगाामा

सभ्य समाज ने की अस्पताल का लायसैंस रद्द किए जाने की मांग

भिवानी/धामु

 कोरोना की महामारी के इस विकट समय में जब हर तरफ सन्नाटा है और लोग एक दूसरे की मदद करने की अपील कर रहे हैं, ऐसे में प्राईवेट अस्पताल के डाक्टर कोरोना संक्रमितों को लूटने की सभी हदें पार कर रहे हैं। डाक्टरों ने अपना व्यवसायिक धर्म और नैतिकता को परे रख छोड़ा है। घटना भिवानी शहर के रोहतक रोड स्थित एक नामी प्राईवेट अस्पताल की है। इस अस्पताल में पिछले 19 दिनों से भिवानी के पहले विधायक स्वतंत्रता सैनानी स्वर्गीय पंडित रामकुमार बिढाट के पुत्र स्वर्गीय अक्षय कुमार की धर्मपत्नी श्रीमती आशा लता बिढाट कोरोना संक्रमित होने के कारण दाखिल थी।

बीते कल शनिवार की शाम को उनकी हालत बिगडऩे लगी। परन्तु इस अस्पताल के डाक्टरों ने इस बारे उसके परिवार के लोगों को सूचना नहीं दी। पर आज सुबह डाक्टरों ने आशा लता के मौत की सूचना परिजनों को दी। परिवार के लोग और उनके रिस्तेदार अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल के कारिंदों ने मृतिका आशा लता की गले की सोने की चैन और कानों की बाली लाकर थमा दी। मृतिका के परिजन ने बताया कि उसके हाथों में चार सोने की चुडिय़ा, तीन अंगुठी और हीरा जडि़त नाक की बाली भी है। इस पर तपाक से कारिंदों ने जबाव दिया कि मृतिका के शरीर पर सोजीश आने के कारण बाकी के जेवरात नहीं निकाले जा सकते और लाश को पैक कर दिया गया है। मामला उस सयम ड्यूटी कर रहे डाक्टर के पास पहुंचा पर उन्होने ने भी कोई हस्ताक्षेप नहीं किया। उन्होने बताया कि मृत शरीर को पोलीथिन में पैक किया जा चुका है।

मृतिका का एक करीबी एडवोकेट रिस्तेदार ने जब उन्होने बात करनी चाही तो अस्पताल के स्टाफ ने जबाव देने की बजाए बदतमीजी पर उतर आए। अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। अंत में एक बाहरी डाक्टर के हस्ताक्षेप से अस्पताल के कारिंदों ने बाकि के जेवरात भी लाकर ले दिए। इन सभी जेवरात की कीमत चार लाख से अधिक की बताई गई है।

यंहा उल्लेखनीय बात यह है कि मृतिका के जेवरात कहीं से कटे हुए नहीं थे। जबकि कारिंदों ने बताया कि मृत शरीर पर सोजीश है और जेवरात नहीं निकले जा सकते। इसके बाद अस्पताल ने मृत शरीर को शमशान घाट तक पहुंचाने के लिए एम्बुलैंस भी मुहैया नहीं करवाई गई। जबकि नियमानुसार मृतक को ले जाने के लिए अस्पताल एम्बुलैंस मुहैया करवाता है। सभ्य समाज हरियाणा के प्रधान धर्मेंद्र जांगड़ा ने इस अस्पताल का लायसैंस  रद्द करने की मांग की है। उन्होने कहा है कि इस अस्पताल में अब तक कोरोना से हुई मौत के सभी केसों की जांच की जाएं। उन्होने कहा कि वें इस बारे मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से भी शिकायत करेंगे।

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