पूर्व एमएलए रामवीर सिंह की पुत्रवधू है अनू पटौदी. पूर्व एमएलए रामवीर सिंह जजपा के प्रदेश महासचिव फतह सिंह उजाला पटौदी। हरियाणा राज्य शिक्षा बोर्ड के पूर्व चेयरमैन एवं पटौदी के पूर्व एमएलए रामवीर सिंह की पुत्र वधू अनु पटौदी को जननायक जनता पार्टी का ग्रामीण जिला अध्यक्ष मनोनीत किया गया है । गौरतलब है कि पटौदी के पूर्व एमएलए रामवीर सिंह को हाल ही में जननायक जनता पार्टी सुप्रीमो एवं डिप्टी सीएम दुष्यंत के द्वारा प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है । पूर्व एमएलए रामवीर सिंह के पिता स्वर्गीय हीरालाल भी अतीत में विधायक रह चुके हैं । इस इस प्रकार से रामवीर सिंह और उनकी पुत्रवधू अनु पटौदी के लिए पारिवारिक राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है । अनु पटौदी इससे पहले भी कांग्रेश कि ग्रामीण महिला जिला अध्यक्ष का दायित्व बखूबी निभा चुकी है । संभवत पटौदी में पूर्व एमएलए रामवीर सिंह का परिवार एकमात्र ऐसा उदाहरण है जिस परिवार में जननायक जनता पार्टी के द्वारा एक साथ दो सदस्यों को प्रदेश सरकार से लेकर जिला स्तर तक की जिम्मेदारी सौंपी गई है । जननायक जनता पार्टी का ग्रामीण जिला अध्यक्ष मनोनीत किया जाने पर अनु पटौदी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि राजनीति का उनके पास एक लंबा अनुभव है । संगठन के संचालन से लेकर संगठन की मजबूती के लिए किस प्रकार से काम किया जाए , यह सब कार्य उन्हें अपनी ससुराल में ही पापा रामवीर सिंह जी के मार्गदर्शन में सीखने के लिए मिले हैं । उन्होंने कहा जननायक जनता पार्टी के सुप्रीमो डॉक्टर अजय सिंह चैटाला और डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला के द्वारा जो भरोसा और विश्वास उन पर जाहिर किया गया है , उस भरोसे और विश्वास की कसौटी पर पूरा खरा उतरने का प्रयास किया जाएगा । वर्तमान में भाजपा और जजपा की गठबंधन सरकार प्रदेश में जनहित के कार्यों को प्राथमिकता से करते हुए मौजूदा समय में कोरोना जैसी महामारी और आपदा में भी प्रत्येक व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए रात दिन काम कर रही हैं । उन्होंने कहा कोरोना जैसी महामारी अथवा किसी भी बड़ी आपदा के समय में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सामूहिक रूप से ही किसी भी प्रकार की चुनौती पर विजय प्राप्त की जा सकती है । आज जरूरत है हम सभी मिलकर कोरोना प्रोटोकॉल सहित गाइडलाइन का स्वयं पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। Post navigation पंचायत समिति पटौदी की वार्ड बंदी, अपील 17 से 20 तक शुद्ध पर्यावरण ही है बीमारियों की रामबाण दवा