कोरोना महामारी में सुरक्षा की गारंटी को लेकर प्रदेश ग्रामीण सफाई कर्मचारी 20 मई को काले बिल्ले और 26 मई गांव में प्रदर्शन करेंगे: सीटू

भिवानी/धामु

 कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को हरियाणा सरकार ने राम भरोसे छोड़ दिया है। इस कोरोना महामारी में कर्मचारी मरे या जिये सरकार को इसकी कोई चिंता नही है। क्योंकि बार-बार मांग करने के बावजूद आज तक सरकार ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को न तो मास्क, ग्लब्ज, सेनेटाइजर जैसी सुरक्षा किट दी है और ना ही 50 लाख बीमा कवरेज दिया गया है। सरकार की बेरुखी और उपेक्षा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण सफाई कर्मियों से कोरोना मरीज की मौत होने पर दाह संस्कार तो करवा रही है। लेकिन इस काम के लिए कोई प्रोत्साहन राशि नही दी जा रही। जबकि शहरी सफाई कर्मचारियों को इस काम के लिए 2000 रुपये प्रति बॉडी भुगतान कर रही है। यह आरोप ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा (सीटू) के महासचिव विनोद कुमार, जिला प्रधान राजबीर, कोषाध्यक्ष राममेहर सिंह ने लगाया और आज सरकार को पत्र लिखते हुए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की सुध लेने की मांग की।

यूनियन नेताओ ने  केंद्र व राज्य सरकार सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा की उपाधि तो दे रही है लेकिन उनकी सुरक्षा की कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नही है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पर्याप्त मात्रा में पीपीई कीट, मास्क, सेनेटाइजर, ग्लब्ज आदि सुरक्षा उपकरण तक नही दिए जा रहे और न ही कोई कि सी प्रकार का जोखिम भत्ता और बीमा कवरेज दिया जा रहा। इससे सफाई कर्मचारियों में भय का वातावरण बना हुआ है। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार ने वाही-वाही लूटने के लिए 4 अप्रैल 2021 को खुद मुख्यमंत्री ने ग्रामीण सफाई कर्मियों के मासिक वेतन में 1500 रुपये बढ़ोतरी, वेतन लेट होने पर 500 रुपये हर्जाना तथा साधारण मौत होने पर 2 लाख व कार्य के दौरान मौत होने पर 5 लाख बीमा कवरेज देने की घोषणा तो कर दी लेकिन उसका नोटिफिकेशन आज तक जारी नही किया और ना ही झाड़ू भत्ता, वर्दी धुलाई भत्ता तय किया।

सीटू नेता ने कहा कि सरकार की इस बेरुखी को ग्रामीण सफाई कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेगा और 20 मई को प्रदेश भर में कार्य अपना कार्य करते हुए काले बिल्ले-काली पट्टी बांधकर विरोध दिवस मनाएंगे तथा 26 मई को सभी कर्मचारी अपने-अपने कार्य स्थल पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और सरकार ने फिर भी समाधान नही किया तो दाह संस्कार जैसे काम का बहिष्कार करके बीडीपीओ ब्लॉक पर प्रदर्शन करने से भी गुरेज नही करेंगे।

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