आधा दर्जन दुकानों को किया धवस्त बिजली के पोल धड़ाम.
यह भयंकर हादसा गुरुग्राम पटौदी के बीच जमालपुर चैक का

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 कोरोना कॉविड 19 को देखते हुए धारा 144 सहित लाक डाउन भी घोषित किया हुआ है , लेकिन व्यस्त चैराहों और नाकाबंदी के बावजूद बेकाबू वाहन चालक इस आपदा के समय भी यमदूत बने वाहनों को तेजी से दौड़ाते हुए बेखौफ होकर आतंक का कारण बने हुए हैं । ऐसी ही एक घटना में गुरुग्राम पटौदी के बीच महत्वपूर्ण और बड़े जमालपुर चैक पर यमदूत बने हॉफ बॉडी डंपर ने जमकर तबाही मचाई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बेकाबू डंपर और चालक ने यहां जमालपुर चैक पर आधा दर्जन से अधिक साग सब्जी फल फ्रूट व अन्य दुकानों को पूरी तरह से तहस-नहस कर डाला । इतना ही नहीं सड़क किनारे लगे बिजली के मजबूत पोल भी तिनकों की तरह से उखाड़ फेंके । अचानक से यमदूत की तरह दौड़ते चले आ रहे बेकाबू डंपर के द्वारा मचाई गई तबाही से जमालपुर चैक पर जबरदस्त तरीके से डर के मारे छोटे-मोटे दुकानदारों सहित अन्य लोगों में भगदड़ मच गई ।

प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो अनेक लोगों सहित बच्चों की किस्मत सौभाग्यशाली रही, डंपर की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए । इसका सीधा सा मतलब यही है कई लोगों की जान जैसे तैसे बाल-बाल बच गई। अन्यथा यह हादसा बेहद भयंकर और विचलित करने वाला भी साबित हो सकता था। बेकाबू डंपर की टक्कर के कारण मजबूत बिजली के पोल आसपास की दुकानों पर गिरने के साथ ही दोपहिया वाहनों पर भी इस प्रकार से गिरे कि वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए । मौके का फायदा उठाकर और नजरें बचाते हुए डंपर चालक बिना देर किए घटनास्थल से फरार हो गया । ऐसे तमाम छोटे दुकानदारों और रेहडी इत्यादि लगाने वाले पीड़ितों के द्वारा शासन प्रशासन से इस हादसे में हुए नुकसान की भरपाई किया जाने की मांग भी की गई है ।

बताया गया है कि जिस समय डंपर चालक नजरें बचाकर फरार हो रहा था तो कुछ लोगों के द्वारा उसका पीछा करके दबोचने के साथ ही स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया।  बिजली के पोल टूटने से आसपास के इलाके की बिजली भी बाधित हो गई , स्थानीय लोगों के द्वारा मांग की गई है कि जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति बहाल की जाए। जिससे कि बिजली अधिक ज्यादा लंबे समय तक बाधित ना रहे।

 दुकानदारों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यमदूत बने डंपर के कारण यहां रेहड़ी व सड़क किनारे की दुकानों में समान इत्यादि नष्ट होने के कारण लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है । एक तरफ तो करोना कोविड 19 के कारण लाक डाउन चल रहा है । ऐसे में गरीब लोग निर्धारित समय तक ही अपनी दुकानें खोलकर परिवारों का भरण पोषण करने के लिए मजबूरी में रेहडी इत्यादि सहित दुकानों को खोल रहे हैं। उस पर भी इतनी संख्या में ग्राहक नहीं पहुंच पाते की दिन भर का खर्च चलाने लायक भी दुकानदारी हो सके।

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