कच्चे कर्मचारियों को वेतन ना मिलने से कर्मचारियों में काफी रोष है
कोरोना में तीन महीनों से कच्चे कर्मचारियो को वेतन न मिलने परिजनों को भूखा रहने की नौबत आ गई :सुरेन्द्र हुड्डा
हांसी , 11 मई । मनमोहन शर्मा
बिजली निगम मैनेजमेंट के यूनिट प्रधान सुरेन्द्र हुड्डा, सचिव रोहताश शर्मा, रणजीत सैनी,सुरेश भानखड,सतीश शर्मा ने कहा कि हाँसी डिवीजन में कच्चे कर्मचारियों को वेतन को लेकर बार-बार कार्यकारी अभियंता से वार्ता की जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। बिजली निगम मैनेजमेंट के मुख्य सचिव पीके दास एक और बिजली कर्मचारी को करोना योद्धा के रूप में स्वीकार कर रहे हैं वहीं दूसरी और निचले अधिकारी सरकार के तमाम नियमों की अवहेलना कर रही हैं। हरियाणा सरकार ने जहां करोना महामारी में दफ्तरों में पचास परसेंट स्टाफ के रोटेशन के आधार पर दफ्तर बुलाना शुरू किया हुआ है वहीं यहां तमाम के तमाम स्टाफ को हाजिर किया जाता है । दूसरी और तकनीकी कर्मचारियों ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि आंधी और तूफान के अंदर बिजली कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर करोना महामारी के अंदर पूरे प्रदेश की सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं । इसके बावजूद कच्चे कर्मचारियों को समय पर वेतन ना मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है निंदनीय है । दूसरी और निगम मैनेजमेंट आम जनता को बेहतर सुविधा देने के वादे कर रही है। हाँसी डिवीजन के अंदर सामान लाने और ले जाने के लिए कोई भी वाहन उपलब्ध नहीं है।
उपभोक्ताओं के रहमों करम के ऊपर ही ट्रांसफार्मर बदलने पड़ रहे हैं और सामान ले जाना पड़ रहा है । डिवीजन के अंदर डेढ़ सौ से ज्यादा कच्चे कर्मचारियों को अभी तक वेतन जारी नहीं करने पर यूनियन ने हाँसी निगम मैनेजमेंट को शुक्रवार तक का समय दिया है इसके बाद पूरे डिवीजन के कर्मचारी तमाम कार्य को बाधित करने पर मजबूर होना पड़ेगा इसलिए समय रहते प्रशासन तुरंत प्रभाव से इन कच्चे कर्मचारियों का वेतन जारी करें और कर्मचारियों को सुरक्षा औजार उपलब्ध करवाएं। दूसरी और सरकार के निर्देशानुसार कोरोना महामारी में तमाम कर्मचारियों को सैनिटाइजर, मास्क एंड सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाने के आदेश जारी किए जाए । किसी भी कर्मचारी को ना ही सैनिटाइजर दिए गए हैं ना ही मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं और ना ही किसी प्रकार की सुरक्षा संबंधी गाइडलाइंस जारी की जा रही है सिर्फ टारगेट पूरे करने के लिए नाजायज दबाव बनाया जा रहा है जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।