संगठन की न सोच कर, खुद की चुनावी राहें आसान करने में जुटे सीएम खट्टर : सुनीता वर्मा

सीएम के नेतृत्व वाले गुरुग्राम में कोरोना को लेकर सबसे ज्यादा अनियमितताएं. इस वैश्विक महामारी में प्रदेशवासियों की आवाज को प्रमुखता से उठा रही है कॉन्ग्रेस पार्टी

पटौदी 7/5/2021 : इस वैश्विक महामारी में जनता की तकलीफों को दूर करने में पूरी तरहं से विफल रही खट्टर सरकार पर महिला कॉन्ग्रेस प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में जमकर हमला बोला। प्रेस के नाम जारी पत्र में उन्होने कहा कि इस गैरजिम्मेदार सरकार के मुखिया ही जब अपने विधायकों व मंत्रियों की नही सुनते तो इस सरकार के निरंकुश नौकरशाह भला किसकी सुनने वाले हैं? इस आपदा में निगम कमिश्नर द्वारा कॉन्ग्रेस के बड़े नेता व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव का फोन नही उठाना ये साबित करता है कि प्रदेश की बागडोर एक नाकारा, अनुभवहीन व विफल सीएम के हाथों में है जिसके कारण सभी प्रदेशवासियों का जीवन राम भरोसे है।

वर्मा ने कहा कि इस आपदा में प्रदेशवासियों की आवाज को प्रमुखता से कॉन्ग्रेस पार्टी ही उठा रही है और पीड़ितों के काम आ रही है। कॉन्ग्रेस के वर्करों का यही सेवाभाव इस बीजेपी नेतृत्व को अखर रहा है। इसी कारण से सत्ता अहंकार में चूर खट्टर को विपक्ष का कोई सुझाव भी पसन्द नही आ रहा, इसी वजह से उन्होंने कॉन्ग्रेस प्रदेशाध्यक्षा कुमारी सैलजा जी की वो सलाह कठोरता से ठुकरा दी जिसमे उन्होंने इस आपदा में सर्वदलीय बैठक बुलाने की सलाह दी थी।

कॉन्ग्रेस नेत्री वर्मा ने कहा कि जनता के आक्रोश से खौफ खाये प्रदेश के सीएम की इतनी हिम्मत नही की वो अपने गृहक्षेत्र में घुस कर लोगों के हाल चाल जान सके, इसलिए उन्होंने गुरुग्राम पर अपनी नजरें टिका ली है। इस आपदा में भी अवसर तैलाशते हुए सीएम गुरुग्राम के रास्ते चंडीगढ़ पहुंचने के सपने फिर से संजोने लगे हैं। लेकिन उनका ये सपना यहां के निवासियों के लिए पनौती साबित हो रहा है।

महिला प्रदेश महासचिव ने कहा कि नोडल ऑफिसर नियुक्ति के बाद भी यदि आवश्यक दवाइयों, आक्सीजन सिलेंडरों व खाद्य पदार्थों की जमाखोरी और कालाबाजारी नही रुक रही तो इन अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नही हो रही? उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के सभी महत्वपूर्ण पदों पर सीएम की खुद की नियुक्ति क्या केवल फेसमेकिंग की कवायदभर ही है। क्योंकि आज प्रदेश में सबसे ज्यादा अनियमितताएं गुरुग्राम में है जिसका बड़ा उदाहरण कीर्ती अस्पताल और कथूरिया अस्पताल हैं जहां सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों की जानें गई हैं और फिर भी अपने चहेतों को बचाने की खातिर कोई जांच नही बैठाई गई।

वर्मा ने कहा कि माता शीतला श्राइन बोर्ड का चेयरमैन, जिले की कष्ट निवारण समिति का चेयरमैन, जिला में कोरोना का नोडल ऑफिसर खुद सीएम साहब हैं इसी प्रकार मुख्यमंत्री का प्रेस सचिव भी यहीं से है और हाल ही में किये गए बीजेपी पार्टी के प्रदेश संगठन विस्तार में भी यहां तीन बड़े पद दिए गए…लेकिन फिर भी यहां के निवासियों के अच्छे दिन नही आये। इससे साफ लगता है कि सीएम को इस आपदा से निपटने व लोगों की तकलीफों को दूर करने से कोई लेना देना नही है वो सिर्फ गुरुग्राम में अपनी राजनीतिक राहें आसान कर रहे हैं।

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