कोरोना से निपटने के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा करना फेस मेकिंग का खोखला प्रयास. जमीनी धरातल पर काम करने की बजाए पत्रों का खेल खेलकर श्रेय लेने की होड़ में जुटे गठबंधन नेता पटौदी 4/5/2021 : “प्रदेश के सीएम खट्टर साहब कोरोना महामारी से निपटने की व्यवस्थाओं का जायजा लेने प्रत्येक जिले में जा रहे हैं, लेकिन क्या वो बताएंगें की क्या इन समीक्षा बैठकों से प्रदेशवासियों की समस्याएं खत्म हो गई? आखिर जिले को क्या मिला इन दौरों से? क्या सीएम एक सस्ती लोकप्रियता के चक्कर मे प्रत्येक जिले में भारी भरकम अमले के साथ घूम घूम कर खुद कोविड सुरक्षा चक्कर को नही तोड़ रहे?, जबकि ये बैठकें वो चंडीगढ़ में बैठ कर भी कर सकते थे” उक्त बातें महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने कही। उन्होंने प्रदेश के सीएम और बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि उन्होंने समीक्षा करनी ही है तो पहले खुद की करें कि क्या वजह है कि आज उनके खुद के विधायक व पंचायत प्रतिनिधि व जनता तक भी उनके साथ नही हैं, आखिर ऐसा क्यों? कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि सरकार में उनके सहयोगी नेता आज फेस मेकिंग के चक्कर मे पत्रों का खेल खेल कर झूठा श्रेय लेने की होड़ में लगे हैं, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार ने हमारी मांग को मानते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के आयात और खरीद को जीएसटी से मुक्त कर दिया है। लेकिन क्या वो बताएंगें की किसान आंदोलन को खत्म करने और किसानों से सरकार की वार्ता करने को लेकर उन्होंने जो पत्र लिखे थे उनका क्या हुआ? उन्होंने कुछ घण्टों में किसान आंदोलन को खत्म कराने की बात कही थी उस पत्र और वादे का क्या हुआ? महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव वर्मा ने कहा कि प्रदेश का बीजेपी संगठन इस आपदा में कहीं दिखाई नही दे रहा, क्या वो खुद को छुपा कर अपनी ही सुरक्षा में लगा है? इन्होंने प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि क्या खट्टर सरकार बताएगी की प्रदेश में कितनी आक्सीजन मौजूद है और कितनी आक्सीजन की कहां कहां और किस किस अस्पताल में सप्लाई की गई है। उन्होंने सीएम द्वारा की गई समीक्षा बैठकों का स्वागत करते हुए कहा कि ये बैठकें तभी सार्थक हैं जब अव्यवस्थाओं को लेकर जवाबदेही तय हो। वर्मा ने कहा कि आक्सीजन कमी से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन है, शमशानघाट पर पीड़ितों को हो रही असुविधाओं के लिए किसकी जिम्मेदारी तय की गई, राशन, खाद्य सामग्रियों, दवाओं, बेड्स व आक्सीजन की हो रही कालाबाजारियों व जमाखोरी को रोकने व इसके जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया इन समीक्षा बैठकों में? मेडिकल एशोसिएशन की समायाएँ तक भी नही सुनी गई, क्यों? कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूरों, रेहड़ी व पटरी वाले गरीबों तथा मध्यम वर्ग की आर्थिक मदद के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए, इस बारे क्या इन समीक्षा बैठकों में चर्चा हुई? सुनीता वर्मा ने कहा कि खट्टर सरकार अपनी लोकप्रियता खो चुकी है, इसलिए समीक्षा के नाम पर जिलों में घूम घूम कर केलव अपना व अपनी सरकार का चेहरा चमकाने का प्रयासभर है उनके ये दौरे। कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि प्रत्येक ऑक्सीजन रिफिलिंग सेंटर पर आपके अधिकारी बैठे हैं, फिर भी हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, इस वजह से जो जाने गई उसका जिम्मेदार कौन, क्या इसकी भी समीक्षा हुई इन बैठकों में? Post navigation गुरुग्राम सहित 7 जिलों में 125 प्रतिशत अधिक गेंहू की खरीद आगामी आदेश तक दिव्यांग जांच कैंप स्थगित