बाढड़ा जयवीर फोगाट 30 अप्रैल, 21 – चंद दिन पहले गेहूं के एक एक दाने की खरीद का दावा करने वाली हरियाणा की गठबंधन सरकार का असली चेहरा 8 जिलों में खरीद पर आगामी आदेशों तक रोक लगाने से जनता के सामने आ गया है। यह बात किसान नेता राजू मान ने आज यहां मीडिया को जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी नेता अपने हर बयान में रबी फसल की खरीद को लेकर बड़ी बड़ी बातें करते थे इस रोक से उनके दावे धरे के धरे रह गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को परेशान करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही। किसान मंडियों के धीमे उठान और भुगतान में देरी को लेकर पहले ही दिक्कतों का सामना कर रहे थे। रही सही कसर सरकार के इस फरमान ने पूरी कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य हिस्सों से हटकर बाढड़ा मंडी में टोकन सिस्टम चला हुआ था जिसके कारण एक दिन में 15 से 20 किसान ही अपने गेहूं मंडी में डाल रहे रहे थे। अब अगर रोक लगाई गई तो बाढड़ा विधानसभा क्षेत्र के बहुत से किसान वंचित रह जाएंगे जो उनके साथ सरासर ज्यादती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने ये तुगलकी फैसला वापिस नहीं लिया तो सभी किसान और सामाजिक संगठन इसके विरोध में सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। मान ने कहा कि सरकार की मंशा किसान आंदोलन से लोगों का ध्यान हटाने की है। यही वजह है कि सरकार हर दूसरे दिन अपने मनमाने फैसले जनता पर थोप रही है। उन्होंने कहा कि आम जनमानस सरकार की चालें समझ गया है और ये सब सहन नहीं होगा। इस मौके पर राकेश पूर्व बीडीसी, बलबीर भांडवा, बनी सिंह, महीपाल आर्यनगर, भोलू श्योराण, सत्यवान बलोदा, सहीराम यादव, कपूर उमरवास इत्यादि मौजूद थे। Post navigation सरकार बेरहम, विषम परिस्थितियों से जूझ रहे किसान लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन पर जुटी सरकार