किसान महापंचायत में बढ़चढ़कर भाग लेंगे ग्रामीण, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता करेंगे संबोधित. कितलाना टोल पर 125वें किसानों ने भरी हुंकार

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

 28 अप्रैल, 21 – भिवानी मेडिकल कॉलेज को लेकर सरकार को जनभावनाओं की कद्र करनी चाहिए। यह बात खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई व अन्य वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रेमनगर गांव ने 37 एकड़ जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए दान में दे रखी है और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी नड्डा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बाकायदा इसकी नींव रखकर काम शुरू करवाया था। हैरानी की बात यह है कि इतना कुछ होने के बावजूद सरकार ने अपने चेहतों को लाभ पहुंचाने के लिए यहां कार्य रुकवा दिया है।               

 उन्होंने कहा कि पिछले 119 दिन से प्रेमनगर, तिगड़ाना, बलियाली, सुई, घुसकानी, नाथूवास, कालुवास, मंढाना, धनाना और आसपास के ग्रामीण सरकार के रवैये से नाराज होकर धरने पर बैठे हैं और सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को चेताने के लिए बुधवार को प्रेमनगर में किसान महापंचायत का आयोजन होगा जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत, सरदार गुरनाम सिंह चढूनी समेत अनेक वक्ता संबोधित करेंगे। उन्होंने ग्रामीणों से इसमें बढ़चढ़कर भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा कि तीन काले कानूनों के साथ संयुक्त किसान मोर्चा सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाता रहा है।                     

 कितलाना टोल पर धरने के 125वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, बिजेंद्र बेरला, धर्मबीर समसपुर, मीर सिंह, रणधीर कुंगड़, रतन्नी देवी, प्रेम शर्मा डोहकी, चंद्रकला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रेमनगर ने होने वाली किसान महापंचायत में इलाके की सभी खापों के साथ किसान, सामाजिक, व्यापारी और कर्मचारी संगठन भी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का निर्माण लोककल्याण के लिए होता है पर वर्तमान सरकार सिर्फ चंद लोगों के इर्दगिर्द सिमट कर रह गई है जो सहन नहीं किया जाएगा।                 

इस अवसर पर  सुरजभान सांगवान, मास्टर ताराचंद चरखी, रणधीर घिकाड़ा, सुरेन्द्र कुब्जानगर, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, प्रेम सिंह, सत्यवान कालुवाला, ईश्वर पटवारी, सुरेन्द्र सिंह अजितपुर, बीरसिंह भारीवास, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, सूबेदार सत्यवीर सिंह, रामानंद धानक, देशराम भांडवा इत्यादि मौजूद थे।

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