चंडीगढ़ – हरियाणा एचसीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से वंदना दिसौदिया के पदमुक्त होते ही उनके अच्छे दिन फिर से वापस आ गए। वंदना किस्मत वाली हैं कि उनके अच्छे दिन वापस आ गए, वर्ना अपने यहां तो बहुत दफा अच्छे दिनों का वादा तो जनता से कर दिया जाता है,लेकिन हालात ये हो जाते हैं कि जनता कह देती ही हमें अच्छे दिन ना चाहिएं,हमें तो हमारे पुराने वाले दिन ही लौटा दो। दरअसल जब सरकार ने सक्रेटरी आरटीए या यूं कहें कि डीटीओ के पद पर गैर एचसीएस अधिकारियों को भी तैनात करने का फैसला किया तो एचसीएस एसोसिएशन ने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी। बताते हैं कि सरकार इस कारण से एसोसिएशन की अध्यक्ष वंदना दिसौदिया से नाराज हो गई और उनको शिक्षा विभाग से बदल कर करनाल में मंडल आयुक्त्त का ओएसडी लगा दिया। लगभग बिना काम के बिठा दिया। कई सप्ताह वंदना इस पद पर रही। तबादला कैंसिल करवाने की कोशिश भी की,लेकिन बात नहीं बनी। आखिरकार उनको लगा कि अब उनका स्वास्थ्य एचसीएस एसोसिएशन का अध्यक्ष पद और ज्यादा संभालने में सक्षम नहीं है,लिहाजा उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया। जैसे ही उन्होंने इस्तीफा दिया, सरकार ने झट से उनको उनके पुराने पद पर शिक्षा विभाग में तैनात कर दिया। वो शिक्षा विभाग में कई बरस से मजबूती से जमी हैं और यहां पर फिर से वापसी से उनका पुराना दौर-टौर वापस आ गई है। ऐसे लगता है कि इस सबकी स्क्रिप्ट पहले से लिखी गई थी। इस्तीफा देते ही वंदना की एक तरह से घर वापसी हो गई है। Post navigation आफ द रिकार्ड–यशवीर कादियान : दवा और मुनाफा आफ द रिकार्ड–यशवीर कादियान : सरकारी एक्शन