कोरोना प्रोटोकाॅल का सख्ती के साथ करवाया जाए पालन, कोविड-19 को लेकर अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक फतह सिंह उजालापटौदी । कोरोना कोविड-19 की दूसरी लहर में अचानक बढ़ते मामले और हो रही अकाल मौत को देखते हुए सरकार की पहली प्राथमिकता यही है कि सबसे पहले सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाए । क्योंकि जो हालात बने हुए हैं ऐसे में कोई भी पीड़ित व्यक्ति सबसे पहले सरकारी अस्पताल या फिर स्वास्थ्य केंद्र की और ही स्वस्थ होने की उम्मीदें लेकर पहुंचता है। पटौदी विधानसभा क्षेत्र में समुचित और पर्याप्त चिकित्सा सुविधा और आपात स्थिति से निपटने के साथ-साथ मेडिसन को ध्यान में रखकर पटौदी के सबडिवीजन परिसर में पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार की मौजूदगी तथा एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया । इस बैठक में पटौदी नागरिक अस्पताल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर नीरू यादव ,पटौदी एसीपी वीर सिंह ,पटौदी बीडीपीओ नवनीत कौर, बिजली निगम के एसडीओ गौरव, डा. दीपक पूरी, पालिका सचिव राजेश महता, के अलावा कासन, मंदपुरा, बोहड़ाकला सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे । इस मौके पर बैठक में करोना कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को ध्यान में रखते हुए पटौदी में सरकारी अस्पतालों के अतिरिक्त प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू, ऑक्सीजन व अन्य आवश्यक सुविधाओं की समीक्षा की गई । बैठक में एमएलए एडवोकेट जरावता का ध्यान इस तरफ दिलवाया गया कि पटौदी के नागरिक अस्पताल में कोविड-19 सेंटर सहित आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। ऐसे में यहां पर एमडी फिजीशियन का उपलब्ध होना बहुत जरूरी है । इसके साथ ही बिजली निगम के एसडीओ गौरव को अवगत कराया गया कि खासतौर से सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर बिजली की आपूर्ति बाधित नहीं होना सुनिश्चित किया जाए । इसके साथ ही पालिका क्षेत्रो और संवेदनशील गावों में मुनादी करवाने सहित कोरोना के टेस्ट, वैकसीन के काम में तेजी लाने के साथ-साथ सैनेटाइजेशन भी करवाया जाए। इसी बैठक में पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने कहा कि सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध बेड के साथ ऑक्सीजन कि जो भी आवश्यकता है ,उसके विषय में संबंधित चिकित्सा अधिकारी जल्द से जल्द अपनी रिक्वायरमेंट उपलब्ध करवाएं । जिससे कि कोरोना कॉविड 19 से कोई भी पीड़ित व्यक्ति मिलने वाली चिकित्सा सुविधा से वंचित नहीं रह पाए। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह किया गया कि कोरोना कॉविड 19 की दूसरी लहर को देखते हुए कोई भी व्यक्ति बिना मास्क पहने हुए पाया जाए तो प्रोटोकॉल के मुताबिक ऐसे प्रत्येक व्यक्ति का चालान किया जाए । सोशल डिस्टेंस बना के रखा जाए। बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि ऐसे जो भी प्राइवेट अस्पताल हैं ,जहां पर कोविड-19 या फिर आइसोलेशन वार्ड बनाए जा सकते हैं उनकी भी पहचान करके प्रशासन को इसकी जानकारी जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाए। एसडीएम प्रदीप कुमार ने कहा की जो भी सामाजिक संस्थाएं आज के हालात में अपना शासन-प्रशासन को सहयोग देना चाहती हैं, वह अपने पास उपलब्ध संसाधन और सामग्री की जानकारी भेजें । जिससे कि जरूरतमंद लोगों की उनकी आवश्यकता के अनुसार मदद की जा सके। कोरोना कॉविड 19 को लेकर जो हालात बने हैं ,इन हालात में हम सभी मिलकर ही एक दूसरे की मदद करके कोरोना कॉविड 19 जैसी महामारी पर भी पूरी तरह से कंट्रोल कर के एक दूसरे को सुरक्षित रख सकते हैं। Post navigation पटोदी नागरिक अस्पताल में आउटसोर्स कर्मियों का बवाल बेकाबू होता कोरोना…फर्रूखनगर में 146 की पुष्टि और 8 गुरूग्राम में उपचाराधीन