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• हरियाणा का ऑक्सीजन कोटा तुरंत बढ़ाया जाए
• ऑक्सीजन की कमी से प्रदेश की स्थिति भयावह
• कोरोना से भी भयंकर बीमारी है सरकारी अव्यवस्था
• लोग कोरोना की बजाय सरकारी अव्यवस्था से घुट-घुट कर मरने को मजबूर

चंडीगढ़, 26 अप्रैल। राज्य सभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार से मांग करी कि कोरोना से लड़ाई के लिये जिलेवार डीसी की अध्यक्षता में वॉर रुम स्थापित हो, जिले का सिविल सर्जन इसका सदस्य हो और इसके लिये हेल्पलाइन नंबर जारी किये जाएँ। जनता को विश्वास हो कि वॉर रुम से संपर्क करने के बाद मरीज को बेड, ऑक्सीजन, दवाईयां आदि हर हाल में मिलेगी। उन्होंने कहा कि वॉर रुम को ये स्पष्ट निर्देश दिये जाएं कि प्रदेश के तमाम सरकारी, निजी अस्पतालों में भरे व खाली बेड की जानकारी रखें ताकि मरीजों और उनके परिजनों को सहूलियत मिल सके। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि आने वाले दिनों में आगे स्थिति और भयावह न हो इसके लिये अभी से अस्थायी अस्पताल बनाने हेतु स्थान, बिल्डिंग आदि चिन्हित कर लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन संकट भयावह हो गया है। लोग कोरोना की बजाय सरकारी अव्यवस्था से घुट-घुट कर मरने को मजबूर हो रहे हैं। गुरुग्राम, रेवाड़ी, पलवल आदि कई जगहों पर अस्पतालों में भर्ती डेढ़ दर्जन मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया। लेकिन सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंगी। आज भी ऑक्सीजन किल्लत के चलते पीजीआई रोहतक में नये मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है। दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री की ऑक्सीजन कोटा बढ़ाने का मांग समर्थन करते हुए कहा कि भारत सरकार को प्रदेश के मुख्यमंत्री की ऑक्सीजन कोटा बढाने की मांग को तुरंत स्वीकार करना चाहिए। इस सम्बन्ध में हमारा जो सहयोग चाहिए हम करने को तैयार हैं। कोरोना से दिल्ली में स्थिति ज्यादा खराब हो गयी है और दिल्ली के मरीज भी इलाज के लिये हरियाणा आ रहे हैं। इसलिये भारत सरकार को हरियाणा के ऑक्सीजन का कोटा निश्चित तौर पर बढ़ाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लोग कोरोना से भी ज्यादा सरकारी अव्यवस्था के शिकार हो रहे हैं। इलाज के लिये सड़कों पर भटक रहे हैं। मरीजों को अस्पतालों में कहां बेड आदि मिलेगा इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। हर रोज कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट से इलाज मिलना दूभर हो रहा है। इससे भी ज्यादा शर्मनाक बात ये है कि सांस लेने की हवा भी ब्लैक में मिल रही है। सरकार हरियाणा में बेड, ऑक्सीजन, दवाईयों की घोर किल्लत और व्यापक कालाबाजारी पर अंकुश लगाए। जिलों में दवाईयों का कोटा बढाए और आपूर्ति सुनिश्चित कराये। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। इस सरकार से आम जनता का विश्वास खत्म हो रहा है।