अस्पतालों में मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे फाईनल ईयर के एमबीबीएस और पीजी विद्यार्थियों की ड्यूटी लगाई जाएगी चंडीगढ़, 26 अप्रैल – हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए डायल 112 की 20-20 गाडिय़ों को सभी जिलों में लगाया जाएगा ताकि उनका उपयोग एम्बुलैंस के तौर पर किया जा सके। श्री विज ने आज राज्य स्तरीय कोविड निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस कदम से गंभीर मरीजों को अस्पतालों में आने जाने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे फाईनल ईयर के एमबीबीएस और पीजी विद्यार्थियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके साथ राज्य के किसी भी सरकारी कर्मचारी को कोरोना होने की स्थिति में उन्हें निजी अस्पतालों में कैशलैश उपचार की सुविधा दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के सभी जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए ठोस कदम उठा रही है। राज्य को इस समय 270 एमटी ऑक्सीजन की आवश्यकता है, जबकि केन्द्र से अभी हरियाणा को 162 एमटी ऑक्सीजन मिल रही है। इसको बढ़ाकर 270 एमटी करने के लिए केन्द्र सरकार से आग्रह किया है । इसके साथ ही राज्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी बड़े उद्योगों को औद्योगिक ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में बदलने के निर्देश दिए गए हैं। श्री विज ने कहा कि राज्य में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को दूर करने के लिए उद्योगों को अपने सिलेंडर संबंधित उपायुक्तों के पास जमा करवाने होंगे अन्यथा उनका अधिग्रहण कर लिया जाएगा। इसके साथ ही ऑक्सीजन के टैंकर और वितरण प्रक्रिया पर पुलिस का पहरा रहेगा। उन्होंने राज्य के सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों को अपना ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में ऑक्सीजन की कमी से बचा जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्तों को अपने जिलों में अतिरिक्त बैड्स की व्यवस्था करने को कहा गया है। इसके लिए वैंकेटहॉल, स्कूल, धर्मशालाओं का उपयोग तथा सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड की जानकारी रखने वाले वरिष्ठ चिकित्सकों का स्थानीय टीवी चैनल व केबल नेटवर्क पर 15-20 मिनट का कार्यक्रम पर दिखाया जाएगा। इसमें कोरोना के मरीजों को कोविड प्रॉटोकॉल व सावधानियों के बारे में तथा चिकित्सकों को उपचार के लिए सही प्रक्रिया अपनाने संबंधी जानकारी देेंगे। इस दौरान मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन तथा मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस ढेसी ने भी प्रदेश के ताजा हालातों की जानकारी दी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं समिति के सदस्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग श्री आलोक निगम, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पीके दास, पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव, सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, एचएमएससीएल के प्रबन्ध निदेशक श्री साकेत कुमार, एमडी एनएचएम श्री प्रभजोत सिंह, डीएमईआर शालीन सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। Post navigation हरियाणा सरकार रेमिडेसिवर टीकों की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठा रही है जिलेवार डीसी की अध्यक्षता में वॉर रुम स्थापित हो – दीपेन्द्र हुड्डा