निजी अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा, ‘तीन मरीजों की मौत आईसीयू (ICU) में जबकि एक मरीज की मौत वार्ड में हुई. हमारे पास ऑक्सीजन की सीमित आपूर्ति है. हम लगातार प्रशासन को बता रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि हम खाली ऑक्सीजन सिलेंडर को दोबारा भरने के लिए वेंडर के पास भेज रहे हैं. केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने रेवाड़ी के प्राइवेट हॉस्पिटल विराट में भर्ती मरीजों की हुई मौत पर पर गहरा दुख व्यक्त किया है। केंद्रीय मंत्री ने परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रेवाड़ी. रेवाड़ी में भी ऑक्सीजन की कमी मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. यहां के एक प्राइवेट अस्पताल में कथित तौर पर मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के चलते चार मरीजों की मौत हो गई. जिला प्रशासन ने मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की है. इस घटना के बाद कोविड अस्पताल की इमारत के बाहर जान गंवाने वाले मरीजों के कुछ रिश्तेदारों ने धरना-प्रदर्शन किया और अस्पताल में ऑक्सीजन की भारी किल्लत का आरोप लगाया. अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा, ‘तीन मरीजों की मौत आईसीयू में जबकि एक मरीज की मौत वार्ड में हुई. हमारे पास ऑक्सीजन की सीमित आपूर्ति है. हम लगातार प्रशासन को इस बारे में बता रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि हम खाली ऑक्सीजन सिलेंडर को दोबारा भरने के लिए वेंडर के पास भेज रहे हैं. सुबह नौ बजे से ही हम अधिकारियों को बता रहे हैं कि हमारे पास अब लिमिटेड ऑक्सीजन उपलब्ध है. अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में हर दिन 300 मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत है और अस्पताल में 114 कोविड मरीज भर्ती हैं. इस बीच, नारनौल के उपायुक्त और रेवाड़ी जिला उपायुक्त का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे अजय कुमार ने कहा कि अस्पताल ने ऑक्सीजन की कमी और चार मरीजों की मौत का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि रेवाड़ी के उपसंभागीय मजिस्ट्रेट, रेवाड़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारी अस्पताल में मौजूद हैं और वो मरीजों की मौत के कारणों का पता लगा रहे हैं. कुमार ने कहा कि अस्पताल की तरफ से ऑक्सीजन की कमी का आरोप लगाया जा रहा है जबकि प्रशासन की तरफ से ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति की जा रही है. Post navigation राव इंद्रजीत सिंह ने रेवाड़ी के प्राइवेट हॉस्पिटल विराट में भर्ती मरीजों की हुई मौत पर पर गहरा दुख व्यक्त किया स्वास्थ्य विभाग की दोहरी बाते, सरकार का उपेक्षापूर्ण रवैया, मरते लोग ! जिम्मेदार कौन ? विद्रोही