देश में कोरोना के बढ़ते मामलों में केन्द्र सरकार का कुप्रबंधन

पंचकूला, 24 अप्रैल। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने आरोप लगाया है कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों में केन्द्र सरकार के कुप्रबंधन के साथ साथ राज्य सरकारों के साथ केन्द्र के तालमेल का अभाव भी जिम्मेदार है। केन्द्र सरकार ने देश में डीजास्टर मैनैजमैंट एक्ट लागू करके इस महामारी में सारी शक्तियां अपने पास लेकर राज्यो को पंगु बना दिया है और इस का खामियाजा देश की भोली भाली जनता और विशेषकर गरीबों को भुगतना पड़ रहा है जो आक्सीजन और दवाइयों के अभाव में लोग तड़प तड़प कर अपने प्राण त्यागने पर विवश और लाचार हो रहें हैं।

चन्द्र मोहन ने कहा कि देश में बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण की लहर जिस प्रकार से लोगों की जिन्दगियां लील रही है और जिस प्रकार से इसका ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है उससे देश में चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल परिव्यापत है। देश के सरकारी अस्पतालों और नीजि अस्पतालों में आक्सीजन और दवाइयों की कमी है। चन्द्र मोहन ने देश की सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने हालात की गंभीरता को समझते हुए स्वत संज्ञान लेते हुए सख्त लहजे में कहना पड़ा कि आज देश में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं। देश में आक्सीजन और दवाइयों की भारी कमी है। हरियाणा में गुरुग्राम और फरीदाबाद सहित  दूसरे शहरों में कोविड के मरीजों की संख्या जिस प्रकार से निरन्तर बढ़ रही है।

चन्द्र मोहन ने कहा कि देश में कोरोना के तीन लाख 45 हजार मरीज आए हैं और इनकी संख्या में हर रोज अप्रत्याशित ढंग से अभिवृद्धि हो रही है। हरियाणा में शनिवार को कुल 11854 कोविड के मरीज आए हैं और प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर अब 64057 तक पहुंच गई है। सबसे दयनीय हालत गुरुग्राम की है, जहां पर एक दिन में 4319 कोविड के मरीज आए हैं। एक दिन में गुरूग्राम में जहां बैड के लिए 400 लोगों ने अप्लाई किया था वही बैड मिल सके, केवल चार मरीजों को इससे भयावह स्थिति का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

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