आज शनिदेव मंदिर में लगा श्रद्धालुओं का तांता।लोगों को नहीं है संक्रमण का भय।जुम्मे की नमाज में जामा मस्जिद में जमा हुई थी भीड़।रामनवमी को चामुंडा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का लगा तांता । भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। शहर के लोगों में कोविड-19 के दूसरे भयंकर प्रकोप का जरा भी खौफ नहीं। यह आज शनि मंदिर में देखने को मिला। इससे पूर्व शुक्रवार को जामा मस्जिद में तथा रामनवमी को चामुंडा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग वह मास्क को लेकर बनाए गए नियमों की खुलकर उपेक्षा की। प्रशासन का यही रवैया रहा तो नारनौल में स्थिति गुड़गांव और फरीदाबाद से बदतर होने में देर नहीं लगेगी। नगर परिषद के अधिकारियों ने वीरवार को शहर के विभिन्न्न मैरिज पैलेस का औचक निरीक्षण करके कार्यकारी अधिकारी अभय सिंह यादव व एक्सईएन हेमंत शर्मा की अगुवाई में देर रात तक अन्य स्थानोंं पर भी निरीक्षण करके कोविड19 नियमों का उल्लंघन करने वालों के साथ सख्ती से पेश आने का दावा किया था। पुलिस प्रशासन भी लगातार नियमों को लागू करवाने का दावा करता रहा है। उपरोक्त तीनों धार्मिक आयोजनों में प्रशासन का हर एक दावा हवाहवाई होता दिखाई दिया। बीते रोज प्रशासन द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में दावा किया गया था कि मंदिरोंं व अन्य धार्मिक स्थानोंं पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। वहां पर भी भीड़ एकत्रित न करने के निर्देश हैं। इसके लिए मंदिर के पुजारियों से भी अपील की गई है कि वे गाइड लाइन की पालना करते हुए पूजा करवाएं। प्रशासन के दावे की धज्जियां आज शनि मंदिर में उड़ती दिखाई दी। इसी तरह का नजारा शुक्रवार को नारनौल की जामा मस्जिद में था। इससे पूर्व रामनवमी को शहर के प्रसिद्ध माता चामुंडा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ में सभी नियम टूटते देखे गए। उपरोक्त धार्मिक आयोजनों में उमड़े सैकड़ों के करीब पूजा और नमाज अदा करने वाले लोगों ने सोशल डिस्टेंसींग और मास्क लगाने तथा कोविड गाइडलाइन की अनुपालन के सरकारी आदेशों को जमकर ठेंगा दिखाया। जामा मस्जिद के इमाम ने कहा था कि उनके पास प्रशासन का अभी कोई आदेश नहीं आया। नगर परिषद के अधिकारियों और पुलिस का चुस्ती का दावा थोथा नजर आया। जनता का आरोप है कि नगर परिषद व पुलिस अधिकारियों का सारा ध्यान मैरिज गार्डन वह बाजारों की दुकानों व आम आदमी का चालान काटने में ज्यादा हैं जब जबकी सामूहिक धार्मिक गतिविधियां उनको दिखाई नहीं देती। जबकि सरकारी विज्ञप्ति में दावा किया गया कि सरकार द्वारा कोविड-19 के मामले में सभी जगह पर गाइडलाइन की अनुपालना की जा रही थी। कार्यकारी अधिकारी अभय सिंह यादव ने दावा किया था कि सरकार के निर्देशों की पालना के लिए वे लगातार शहर में इस तरह का औचक निरीक्षण जारी रखेंगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जरूरी है कि हर जगह नियमोंं की शत-प्रतिशत पालना हो। यह हम सबके लिए उपयुक्त होगा। उन्होंने कहा कहा था कि सभी स्थानों पर मास्क व सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि विभिन्न चौक व बस अड्डे के सामने भी भीड़ को कम करने के लिए अभियान चलाएंगे ताकि सामाजिक दूरी की पालना हो सके। उनके हर दावे की आज पोल खुलती दिखाई दी। दुकानदारों का आरोप है कि परिषद अधिकारी दुकानों को सही समय पर बंद करने, दुकानों के बाहर सामान रखने से भीड़ बढ़ने पर तो बल देते है। ओर अगर दुकानदार अब सामन को सड़कोंं पर रखा मिलता तो केवल सामान जब्त नहीं किया जाता बल्कि एमसी एक्ट के तहत कार्यवाही भी की जाती है। दुकानदारों का यह भी आरोप है कि जो दुकानदार गलती से बिना मास्क लगाए मिल जाता है उसका चालान काट दिया जाता है। सभी दुकानदारों को सख्त हिदायत है कि वे ग्राहक को भी तभी सामान देंगे जब वह मास्क लगाए। वहीं दुकान पर भी सेनेटाइजर रखना आवश्यक है। दुकान में भीड़ भी नहींं होनी चाहिए। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर मामला उछलने के बाद शहर थाना प्रभारी मस्जिद स्थल पर मुआयना करने पहुंचे। दोपहर 2 बजे के बाद जब थाना प्रभारी वहां गए तब तक नवाजी अपने गंतव्य पर वापिस जा चुके थे। आज शनि मंदिर में पुलिस कहीं दिखाई नहीं दी। लोगों का कहना है की नगर परिषद के अधिकारियों का वह पुलिस वालों का ज्यादा ध्यान मुख्य बाजार की दुकानों, आम जनता व मैरिज होम की तरफ ज्यादा केंद्रित रहता है। वह इस तरह के सामूहिक धार्मिक आयोजन को अनदेखा कर देते हैं, जबकि संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा इन्हीं से ही है। जनता की मांग है कि ऐसे लापरवाह नगर परिषद व पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई अमल में लानी चाहिए ताकि भविष्य में सरकार द्वारा निर्धारित की गई गाइडलाइन का कोई उल्लंघन न करें। स्थिति बदतर होने से पहले बेहतर होगा की सरकार और प्रशासन धार्मिक आयोजनों की भीड़ को नियंत्रित कर करोना संक्रमण खतरे से शहर को बचाए। Post navigation राज्य सरकारें कहती है राज्य में वैक्सीन खत्म हो गया है, केंद्र सरकार सप्लाई नहीं दे रही है युवती ने फंदा लगाकर जान दी