चण्डीगढ 21 अप्रैल।   अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह ने कहा कि किसी औद्योगिक ईकाई के संचालकों को फैक्टरी कर्मचारियों में कोरोना फैलने का डर है तो वह सरकार के निर्णय के अनुसार प्राईवेट स्तर पर भी वैक्सीन की खरीद कर सकेंगे। इससे जहां उनके कर्मचारी कोरोना महामारी से बच सकेंगे, वहीं फैक्टरी भी सुचारू रूप से चलती रहेगी।

अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेन्द्र सिंह बुधवार को करनाल लघु सचिवालय के सभागार में कोरोना महामारी के बढ़ते केसों के दृष्टिगत जिला प्रशासन के साथ आवश्यक प्रबंधों बारे आयोजित समीक्षा बैठक उपरांत मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा सरकार लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है और ना ही श्रमिकों की आजीविका को प्रभावित करना चाहती है। श्रमिकों को चाहिए कि वे जहां कार्य कर रहे है, वहां कोविड-19 प्रोटोकॉल की अनुपालना करें और पूरी सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि करनाल जिला प्रशासन कोविड-19 के प्रति पूरी सजगता के साथ बढिया कार्य कर रहा है।

एसीएस ने कहा कि जिलों में वैक्सीन को लेकर भी जागरूकता कार्यक्रम चलाया हुआ है। जिसके फलस्वरूप काफी संख्या में लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों को वैक्सन की प्रथम डोज लग जाती है, उन्हें कोरोना इतना प्रभावित नहीं करता और ना ही उन्हें हॉस्पिटल में दाखिल होने की जरूरत है, वे घर पर ही ईलाज ले सकते हैं ।

कोरोना के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए अतिरिक्त वैंटीलेटर बैड का प्रबंध करने की भी व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार द्वारा उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में टीमों की गठन किया गया है। जोकि समय-समय पर अस्पतालों का औचक निरीक्षण करती है। इसके अलावा अस्पतालों में आईसीयू बैड वैंटीलेटर के लिए निर्धारित रेट पर भी कड़ी निगरानी रखे हुए है।  

इस मौके पर उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम  पुनियां सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।  

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