रेवाड़ी, 15 अप्रैल 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने हरियाणा सरकार द्वारा मनेठी एम्स निर्माण के लिए माजरा-भालखी की 200 एकड़ जमीन खरीदने को हरी झंडी देने का स्वागत किया।

विद्रोही ने कहा कि ग्रामीणों व सरकार के बीच बनी सहमति के अनुसार माजरा-भालखी की दो सौ एकड़ जमीन एम्स के लिए 40 लाख रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से सरकार जमीन अधिग्रहण करेगी। छह वर्ष के लम्बे संघर्ष व दो साल की जद्दोजहद के बाद मनेठी एम्स जमीन का मुद्दा सुलझा है। अब मुख्यमंत्री खट्टर द्वारा एम्स निर्माण के लिए प्रस्तावित 200 एकड़ जमीन का नक्शा रेवाड़ी जिला प्रशासन से मांगा गया है। आशा है कि मुख्यमंत्री नक्शा मिलने के बाद तत्काल जमीन अधिग्रहण की कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करवाके जमीन को सरकार के कब्जे में लेंगे।

विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा के लोगों के लम्बे संघर्ष के बाद हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार मनेठी एम्स के लिए माजरा-भालखी की जमीन लेने को सहमत हुई। अभी सरकार ने केवल एक पड़ाव पार किया है। मनेठी एम्स निर्माण के लिए अभी और भी बहुत से पड़ाव पूरे करने है। सरकार को जल्दी से जल्दी एम्स के लिए जमीन अधिग्रहण करके केन्द्रीय पर्यावरण समिति से उक्त जमीन की एनओसी लेनी चाहिए। केन्द्रीय पर्यावरण समिति से माजरा-भालखी की प्रस्तावित जमीन को एनओसी मिलने के बाद ही मनेठी एम्स निर्माण का रास्ता साफ होगा।

विद्रोही ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि छह साल से लटके पड़ेे मनेठी एम्स निर्माण को अब और नही लटकाया जाये व निर्माण से पहले ही सभी कानूनी औपचारिकताएं विद्युत गति से पूरी की जाये ताकि दक्षिणी हरियाणा के लोगों को मनेठी एम्स मिल सके जिसके लिए वे पिछले छह साल से बाट जोंह रहे थे। 

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