पूछ रहा बताओ किसके कलेजे का मैं हूं कलेजा. फरुखनगर डंपिंग यार्ड में मिला कूड़े के ढेर में भू्रण फतह सिंह उजालापटौदी । एक तो नवरात्र साथ में रमजान । नवरात्र और रमजान यह दोनों ही अलग-अलग समुदायों के लिए सबसे अधिक पवित्र और पूजा सहित इबादत का समय रहता है । ऐसे में एक बेहद शर्मसार करने वाला मामला सामने आया । यह घटना फरुखनगर क्षेत्र की है ,जहां पर डंपिंग यार्ड में करीब 5 माह के शिशु का भू्रण कूड़े के ढेर में पाया गया है । यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं की कुदरत ने अथवा परमपिता परमेश्वर ने केवल और केवल महिला को यह वरदान दिया है कि वह किसी शिशु को जन्म दे सकती है । ऐसे में लाख टके का सवाल है की नवरात्र और रमजान जैसे पवित्र दिनों के बीच आखिर वह कौन निष्ठुर निर्दई और बेरहम मां है, जिसने की अपने गर्भ में पल रहे जिगर के टुकड़े को इस प्रकार से कूड़े के ढेर में फेंक कर अपने पाप पर पर्दा डालने का प्रयास किया। लेकिन यह भी याद रखना चाहिए जब यह कुकृत्य किया गया, जन्म देने वाली माता की आंखों ने भी देखा और सर्वशक्तिमान परमपिता परमेश्वर ने भी इस कुकृत्य को देखा। यह केवल मन की संतुष्टि ही हो सकती है कि ऐसे कुकृत्य को किसी ने भी नहीं देखा ? जानकारी के मुताबिक फरुखनगर पालिका के डंपिंग यार्ड में बुधवार को लगभग 5 माह के बच्चे का भू्रण पाया गया। बताया गया है कि जिस समय इस भू्रण को देखा गया , उसमें किसी भी प्रकार की हलचल नहीं थी। डंपिंग यार्ड में अविकसित भू्रण मिलने की खबर अथवा सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने भू्रण को अपने कब्जे में लेकर पालिका के सफाई निरीक्षक की शिकायत पर मामला दर्ज करके जांच शुरू करते हुए अपने स्तर पर जांच पड़ताल आरंभ कर दी है । इस जांच के दायरे में कथित रूप से स्थानीय अस्पतालों सहित गर्भवती महिलाओं के बारे में जानकारी जुटाना भी शामिल है। फर्रुख नगर पालिका सफाई निरीक्षक अनिल कुमार के द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि मंगलवार दोपहर लगभग 12 बजे चैकीदार सुमित अनिल कुमार के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई की फरुखनगर के डंपिंग यार्ड में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में से एक थैले में पूरी तरह से अविकसित भू्रण मिला है और देखने में यह लगभग 5 महीने का महसूस होता है। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले वाहन चालक के मुताबिक वह कूड़ा करकट बालाजी कॉलोनी से लेकर आया था , जिसे कि यहां डंपिंग यार्ड में खाली कर दिया गया। इस संदर्भ में जांच अधिकारी के मुताबिक मामला दर्ज कर पुलिस के द्वारा अपनी जांच पड़ताल आरंभ कर दी गई है । लेकिन सवाल यही है कि वह कौन सी पत्थर दिल मा है ? जिसने अपने कलेजे के टुकड़े को इस प्रकार से कूड़े के ढेर में फेंक कर अपना कुकृत्य अथवा पाप छिपाने का प्रयास किया। Post navigation किसान आंदोलन और बढ़ते कोरोना के बीच बराला पहुंचे सुलतानपुर झील अग्र बंधुओं ने अंबेडकर को अर्पित किए श्रद्धा सुमन