रेवाड़ी-दिल्ली रेलखंड पर 3 जोड़ी ट्रेन का शुरू आवागमन.
नौकरीपेशा-कामकाजी लोगों के अनुकूल नहीं समय सारणी

फतह सिंह उजाला
पटौदी ।
 कोरोना कोविड-19 महामारी को लेकर 1 वर्ष तक साधारण अथवा अनरिजर्व्ड ट्रेनों में सफर करने का इंतजार आखिरकार 5 अप्रैल सोमवार को खत्म हो ही गया । रेलवे प्रशासन के द्वारा रेवाड़ी जंक्शन और दिल्ली जंक्शन के बीच में 3 जोड़ी अनरिजर्व्ड ट्रेन को दौड़ाना शुरू कर दिया गया है। सोमवार को ऐसी पहली ट्रेन पटौदी रेलवे स्टेशन पर सुबह 6 बजे पहुंची, इसी प्रकार से दिल्ली से रेवाड़ी के तरफ जाते हुए ट्रेन 11. 30 पर पहुंची , इसके बाद गुरुग्राम और दिल्ली की तरफ यात्रा करने वालों के लिए दोपहर 12 बजे ट्रेन पटौदी स्टेशन पर पहुंची ।

नौकरी पेशा और दैनिक कामकाजी लोगों के मुताबिक रेलवे प्रशासन के द्वारा जो अनरिजर्व्ड ट्रेन चलाई गई है , उनका अपेक्षित लाभ मिलना दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है । अधिकांश कामकाज का समय सुबह 9 से 10 बजे के बीच में सरकारी कार्यालयों सहित उद्योग और प्राइवेट संस्थान सहित दुकानों पर भी आरंभ हो जाता है । रेलवे प्रशासन, रेलवे अधिकारी और रेल मंत्री के साथ-साथ केंद्र सरकार बीते 1 वर्ष से हजारों लोगों की परेशानी को अभी भी समझने में नाकाम रही है ?

इस दौरान पटौदी रेलवे स्टेशन पर नई आरंभ की गई अनरिजर्व्ड ट्रेनों के साथ-साथ अन्य पहले से चल रही रिजर्व्ड मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करने वालों पर निगरानी और जांच के लिए पाटोदी जीआरपी चैकी के प्रभारी किशन लाल सहित अन्य स्टाफ पटौदी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 पर ट्रेनों के आवागमन के दौरान निगरानी के लिए मुस्तैद रहा । इस दौरान पटौदी जीआरपी चैकी के प्रभारी कृष्ण  कुमार सहित अन्य स्टाफ के कर्मचारियों के द्वारा ट्रेन में सफर कर रहे ऐसे तमाम यात्रियों को चेतावनी भी दी गई जो कि बिना मास्क के ट्रेन में सफर कर रहे थे । साथ ही यह भी बताया गया कि मांस्क नहीं पहना गया तो चालान काटने के साथ जुर्माना भी वसूल किया जाएगा । दिल्ली और रेवाड़ी के बीच में अनरिजॉल्वड ट्रेनों के संचालन को देखते हुए लोगों को आंशिक रूप से राहत तो मिली है । लेकिन इन ट्रेनों में किराया एक्सप्रेस ट्रेन जितना ही होने के कारण जेब पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ा है । फिर भी सड़क मार्ग के मुकाबले ट्रेन का सफर सुविधाजनक और निर्धारित समय पर आवागमन वाला बहुत से लोगों के लिए राहत की बात है ।

वही ट्रेन में 1 वर्ष के बाद सफर करने वाले विभिन्न यात्रियों के द्वारा फिर से यह मांग दोहराई गई कि रेवाड़ी ,पटौदी, गुरुग्राम, पालम, दिल्ली छावनी, गढ़ी हरसरू ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जहां से हजारों यात्रियों का प्रतिदिन आवागमन होता है । लेकिन सबसे बड़ी समस्या जो ट्रेन दौड़ाई गई हैं , उनके समय को लेकर है । यात्रियों की एक बार फिर से रेलवे के अधिकारियों , रेलवे प्रशासन, रेल मंत्री और केंद्र सरकार से मांग है कि रेवाड़ी से सुबह के समय 6 और 7 बजे ट्रेन दिल्ली के लिए उपलब्ध करवाई जाए। जिससे कि बीच के विभिन्न स्टेशनों पर साथ लगते शहर और कस्बों में काम करने वाले लोगों के साथ-साथ छात्र वर्ग और जीवन यापन के लिए काम आने वाला खान-पान का सामान खरीदने में और अपने पैतृक शहर लौटने में सहूलियत मिल सके । इसके साथ साथ आरएनटी ट्रेन में भी करंट टिकट खरीद कर यात्रा करने की छूट दिए जाने की पुरजोर मांग की गई है । अब देखना यह है कि रेलवे प्रशासन हजारों  यात्रियों की  इस मांग पर कितनी गंभीरता से विचार करते हुए कग तक राहत प्रदान करेगा ।

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