स्कूल प्रिंसिपल की लिखित शिकायत पर पंकज गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया और पोस्को 6 ओर पोस्को 10 में FIR दर्ज कर ली गई।

गुरूग्राम, 4-4 2020 – देवदुत फ़ूड बैंक के द्वारा गरीब जरूरतमंद लोगों को मात्र 5 रुपये में भरपेट खाना खिलाने वाले ओर बुजर्ग लोगो को मुफ्त घर में खाना भिजवाने वाले पंकज गुप्ता के खिलाफ पिछले हफ्ते मासूम बच्चियों के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगे किन्तु आरोप मात्र सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा मौखिक रूप से लगाये गए किन्तु थाने में कोई भी शिकायत नही दी गई जिसके तहत पुलिस ने जांच करके पंकज गुप्ता को छोड़ दिया।

पंकज गुप्ता के छूटने के बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया कोई इसे सरकार की नाकामी बता रहा था तो कोई इसे सरकार का आदमी होने के आरोप लगाने लगे वही पुलिस द्वारा ओर पीड़ित परिवार द्वारा घुस लेने की अफवाह भी उड़ने लगी। एक मीडिया और सोशल मीडिया पर आरोपी पंकज गुप्ता का ट्रायल शुरू हो गया। जबकि कोई भी पीड़िता सामने नही आई। परसो फिर से स्कूल प्रिंसिपल की लिखित शिकायत पर पंकज गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया और पोस्को 6 ओर पोस्को 10 में FIR दर्ज कर ली गई। वही पंकज गुप्ता के किचन से बरामद लड़कियों ने परिजनों के साथ मिल कर प्रिंसिपल के खिलाफ उन पर शिकायत का दबाव बनाने और खुद को बदनाम करने की लिखित शिकायत पुलिस को दी वही कल परिजनों और देवदुत में काम करने वाली महिलाओं द्वारा स्कूल के सामने प्रदर्शन कर प्रिंसिपल के खिलाफ नारे लगाए गए।

देवदुत के किचन से बरामद बच्चियों ओर परिजनों के अनुसार बच्चियां अपने भाई के साथ वहां गई थी जो उनकी जानकारी में था। अक्सर बच्चियां सेवाभाव से वहां चली जाती है हमने अपने बच्चो को संस्कार ही ऐसे दिए है कि लोगो की सेवा करे मदद करे ओर पंकज गुप्ता नेक काम करते है इसलिए हम अपने बच्चो को वहां सेवा के लिए जाने देते है। किंतु पता नही प्रिंसिपल मेडम को क्या दिक्कत हुई जो अब वो उनसे नफरत करने लगी है। उन्होंने ही तो पंकज गुप्ता को कई बार स्कूल के अलग अलग प्रोग्राम में सम्मानित किया है। आज वो हमारी बच्चियों को बदनाम कर रही है जबकि उनके भाई भी उन्हें साथ वहां मौजूद था किंतु ये बात न मीडिया कर रहा न पुलिस। अगर हमारी बच्चियों से गलत हुवा होता तो हम शिकायत देते मेडिकल करवाते किन्तु जब ऐसा कुछ हुवा ही नही तो हमारी बच्चियों को क्यो बदनाम किया जा रहा है?

हालांकि इस मामले में प्रिंसिपल की शिकायत पर पंकज गुप्ता को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है वही इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन भी किया गया है। पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है। हालांकि ऐसा मामला कम ही नज़र में आता है कि बना पीड़िता के पुलिस केस दर्ज कर ले और आरोपी को जेल भेज दे। अब देखना ये है कि SIT क्या रिपोर्ट देती है और पुलिस और पंकज गुप्ता का दामन कितना साफ है ये लोगो के सामने आता है?

देवदुत फ़ूड बैंक के आयोजनों में शहर के मेयर, विधायक,पार्षद, ओर बीजेपी जिला अध्यक्ष और बड़े बडे नेता आते थे किंतु आज इस मामले पर कोई भी बोलने को तैयार नही है।

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