महम हल्का वासियों को विधायक कुंडू का एक और तोहफा. कुंडू ने महम कार्यालय में किया निःशुल्क सीएससी सेंटर का शुभारंभ. कुंडू बोले-यहां लोगों को बिना एक भी पैसा खर्च किये मिलेंगी ऑनलाइन सुविधाएं. जो भी सरकारी फीस है उसे विधायक कुंडू खुद अपनी जेब से भरेंगे, फसल पंजीकरण एवं पेंशन जैसे सभी ऑनलाइन कार्य फ्री में कराएंगे कुंडू

महम, 19 मार्च : निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने अपने महम विधानसभा क्षेत्र के लोगों को एक और तोहफा देते हुए महम में रोहतक रोड स्थित अपने जन सेवक कार्यालय में जनता के लिये निःशुल्क सीएससी सेंटर का उद्धघाटन किया। इस सेंटर पर किसानों की फसल पंजीकरण, वोटर कार्ड, परिवार पहचान पत्र, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड समेत सभी प्रकार के पेंशन सम्बन्धी ऑनलाइन कार्य बिना किसी फीस के किये जायेंगे। विधायक श्री कुंडू ने कहा कि इस कार्य के लिये जो भी सरकारी फीस बनती है उसे वे खुद अपनी जेब से भरेंगे और लोगों को उपरोक्त सेवाओं के लिए कोई फीस नहीं भरनी पड़ेगी। इस निःशुल्क कॉमन सर्विस सेंटर के शुभारंभ से उन लोगों को खासी राहत मिलेगी जिनको इस प्रकार की ऑनलाइन सेवाओं के लिए बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे। अब ऐसे लोगों को बिना कोई पैसा खर्च किये विधायक कुंडू के महम ऑफिस पर ही ये सारी सुविधाएं बिना किसी फीस के उपलब्ध होंगी।

इस मौके पर मीडिया से रूबरू हुए बलराज कुंडू ने एक बार फिर से किसान आंदोलन एवं किसानों की मांगों का पुरजोर समर्थन किया और कहा कि उन्होंने तो बाकायदा बजट सत्र के दौरान हरियाणा विधानसभा चंडीगढ़ में भी सबके सामने सत्ता पक्ष के भाजपा और जजपा सरकार के मंत्रियों को नए कृषि कानूनों का किसानों को होने वाला 1 फायदा साबित करने का खुला चैलेंज दिया था। बाकायदा अपने भाषण में भी भरी विधानसभा में कहा कि आप सब लोग जो इन कृषि विरोधी कानूनों की तरफदारी करते हो अगर ये कानून वाकई में किसानों के लिए इतने ही अच्छे हैं तो दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान धरनों पर बैठे लाखों किसानों के पास जाकर को इन कानूनों के फायदे बताने से हिचक क्यों रहे हो। अगर आप सही हो तो किसानों के बीच जाकर उनको इन कानूनों के फायदे तो बताओ।

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार के खिलाफ लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के अलावा निर्दलीय विधायकों में से सिर्फ बलराज कुंडू और सोमबीर सांगवान ही किसानों के हकों के लिए सत्ता पक्ष से भिड़ते दिखाई दिए थे और सदन में कुंडू ने किसानों के मुद्दे पर सरकार की जमकर खिंचाई की थी।

एक सवाल के जवाब में निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि मैं तो पहले दिन से ही इन कृषि विरोधी कानूनों की खिलाफत में अपने किसान भाइयों के साथ खड़ा हूँ और आने वाली 24 मार्च को महम चौबीसी के ऐतिहासिक चबूतरे पर किसान नेता राकेश टिकैत और सँयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं की किसान महापंचायत में अगर उनको बुलाया जाएगा तो जाएंगे अन्यथा वैसे भी वे तो शुरू दिन से अपने किसान परिवार के साथ खड़े हैं।

एक अन्य सवाल के जवाब में कुंडू ने हरियाणा सरकार द्वारा कल सदन में पारित किए गए डैमेज प्रोपर्टी बिल को प्रजातन्त्र के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि संविधान हमें अपनी आवाज उठाने एवं अपने हकों के लिए धरने, प्रदर्शन एवं आंदोलन करने की इजाजत देता है औऱ इस तरह के नियमों से प्रजातन्त्र का गला नहीं घोंटा जा सकता। प्रजातन्त्र में जनता जनार्दन असली मालिक होती है और जनता की आवाज सुनी जानी चाहिए क्योंकि यह जनता ही है जो अपना वोट देकर सरकार चुनती है। सरकार का कार्य जनता की आवाज सुनकर जनता की भलाई के कार्य करना होता है।

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