भिवानी/मुकेश वत्स ट्रेड यूनियनें व सयुंक्त किसान मोर्चा के आह््वान पर निजिकरण, महंगाई, बेरोजगारी के विरोध में तथा तीन कृृषि बिल व लेबर कोड को रद््द करने, एमएसपी की संवैधानिक गांरटी करने व मजदूरों पर थोपे गए काले कानूनों को रदद करवाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन भिवानी पर धरना व प्रदर्शन किया गया। जिसमें सैकड़ो लोगो ने भाग लिया। धरने की अध्यक्षता किसान, मजदूरों, कर्मचारियों व महिलाओं के संगठनो के प्रतिनिधियों मास्टर शेर ंिसह, राकेश आर्य, सुखदेव पालवास, बलबीर बजाड, रतन जिंदल, कृृष्ण बैंक कर्मी नेता सन्तोष देशवाल, सुभाष यादव, कर्मचारी नेता सुरजभान जटासरा व स्वामी सदानन्द सरस्वती ने सयुंक्त रूप से की। विभिन्न वक्ताओं ने केन्द्र सरकार की आम जनता विरोधी नितियों पर हमला बोला। उन्होने कहा की प्रबंधन के लिए चुनी थी कि देश के संसाधनों का शिक्षा, स्वास्थय, रोजगार, कृृषि विकास व सामाजिक कल्याण के लिए करेगी। परन्तु उसने बैंक, बीमा, रेल, रक्षा क्षेत्र, बिजली, तेल इत्यादि महत्वपूर्ण उद्योगे निजि हाथों में बेचने का जो निर्णय ले रही हैं, वह जनता व देश के साथ धोखा कर रही है, देश की जनता हरगिज यह सहन नही करेगी और आन्दोलन को केन्द्र सरकार के खिलाफ मजबूत करेगा। आगामी 19 मार्च को मंडिय़ों का बचाने, खेती बचाने के लिए धरने दिए जाएगे। 18 मार्च को टिकरी बार्डर के लिए रोहनात से जत्था चलेगा, 26 मार्च को भारत बंद होगा। उन्होने तीनो कृृषि कानून व मजदूरों के काले कानून रदद करने की मांग की तथा एम.एस.पी की सवैधानिक गांरटी कानून बनाने की मांग की। Post navigation शारीरिक शिक्षकों को गठबंधन सरकार से कोई उम्मीद नजर नहीं आई: दिलबाग जांगड़ा सरकार जनविरोधी नीतियों को वापिस नहीं लेती तो अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे बैंक कर्मचारी: कंवर सिंह