मुख्यमंत्री के पिछले आश्वासन पर उम्मीद कायम

भिवानी। लघु सचिवालय के बाहर 272 दिनों से धरने पर बैठे बर्खास्त शारीरिक शिक्षक इस उमीद पर कायम रहते हुए बैठे हैं कि मुख्यमंत्री  मनोहर लाल द्वारा दिया गया आश्वासन एक दिन जरूर उनके जीवन में आशा कि किरण लेकर आएगा। यह बात बर्खास्त शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने धरने को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया आश्वासन उनके परिवार के पालन-पोषण में काम आएगा। 6 अक्तूबर 2020 को मुख्यमंत्री की करनाल में शरीरिक शिक्षकों के साथ हुई बैठक में उनकी बहाली के लिए दिया गया आश्वासन एक दिन उनका रोजगार लोटाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि सरकार का काम नौकरी देना है न की किसी का रोजगार छिन्ना है। मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में भी यह कहा गया था कि निर्दोश शारीरिक शिक्षकों का कोई दोष नहीं है। जिसने भी इस भर्ती को करने में गलती की है उसको सजा जरूर मिलेगी। शारीरिक शिक्षक भी यही चाहते हैं कि निर्दोश को सजा देना सरकार का काम नहीं है। समाधान यह है कि दोषी को सजा मिले और शारीरिक शिक्षकों को जल्द से जल्द सरकार बहाल करे।

जनता की उम्मीद भी यही थी की भाजपा सरकार सत्ता में आई है तो सभी को इनसाफ मिलेगा। आज के क्रमिक अनश्न पर सुरेन्द्र सिंह, दिलबाग सिंह, अनील तंवर, जयप्रकाश पीटीआई को माला पहनाकर बैठाया गया व धरने का संचालन सुरेन्द्र सिंह घुसकानी ने किया।

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