-कमलेश भारतीय यह तो सोचा न था । सोचा था कि दिल्ली के बाॅर्डर तक ही किसान सीमित रहेंगे और हम मज़े में पश्चिमी बंगाल में दीदी ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर कर देंगे । हम कौन ? एक मैं और एक तू ,,,यानी दो दाड़ी वाले नेता । इतने बड़े लोकतांत्रिक देश की सारी जिम्मेदारी अब इन दोनों के कंधों पर ही तो है । सिर खुजलाने का वक्त भी नहीं । कहीं सरकार गिरानी है और कहीं अपने ही मुख्यमंत्री को बदलना है । तौबा कितने काम हैं । फिर ऊपर से पांच पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव ऐन सिर पर । क्या करें ? ऊपर से किसान पहुंच गये पश्चिमी बंगाल में दीदी की मदद करने । कहते थे की किसान आंदोलन तो हरियाणा , पंजाब और राजस्थान तक ही सीमित है और ये पश्चिमी बंगाल कैसे चले गये ? अब तो नया नारा ही दे दिया है हच के विज्ञापन की तरह -जहां मोदी जी , वहां हम । आपके पदचिन्हों पर चलेंगे । पीछे पीछे रहेंगे । चाहे देश में जाइए या विदेश में हम आपको हर जगह मिलेंगे । यहीं बस नहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली यानी वे भी आपके पीछे पीछे लग गये । अब कहां जायें ? वे कह रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है और राहुल गांधी भी कह रहे हैं कि भारत अब लोकतांत्रिक देश नहीं रहा । भ्रम ही रह गया है । हरियाणा में भी अविश्वास प्रस्ताव तो जीत लिया लेकिन जनता ने विधायकों को घेरना शुरू कर दिया । हिसार में यह श्रीगणेश हुआ । सत्ता पक्ष से जुड़े विधायकों के आवासों के बाहर विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव को गिराने में भूमिका निभाने पर ये प्रदर्शन किये गये । पूरे हरियाणा में गांव गांव में ये बोर्ड लगने जा रहे हैं कि इनमें सत्ता पक्ष के नेता घुस नहीं सकते । न दुख में , न सुख में । जाएं,तो जाएं कहां ? कौन कहता है कि अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिरा? अरे , जनता में आपकी छवि खराब करने में सफल रहा । अब आप दिये जाओ नोटिस पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कि आपने महिला दिवस पर ट्रेक्टर खिंचवा कर महिलाओं का अपमान किया । आपकी नेत्री सोनाली फौगाट जब मार्केट सचिव सुल्तान सिंह पर चप्पल मारती है और सरेआम वीडियो वायरल करती है तब आपका महिला आयोग क्या करता है और कहां होता है ? तब महिला आयोग सिर्फ लीपा-पोती करने में क्यों जुट जाता है ? हिसार आकर लोक निर्माण विश्राम गृह में बस सोनाली को थफकी देकर क्यों चले गये सभी भाजपा नेता ? चाहे करनाल के सांसद हों या फिर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष । क्यों भई कोई कार्यवाही की हो तो बताइए न । अब महिला विधायक ने वीडियो वायरल कह दिया कि मैं चाहे ट्रक खींचूं या ट्रैक्टर,,,मेरी मर्जी । फिर आपके नोटिस की क्या जरूरत? हाई कमान के आदेश ,,,अब पहले ही लोगों की नजरों से गिर चुके हो -जैसा कि सुश्री सैलजा कहती हैं । फिर और कितना गिरोगे ? Post navigation भाजपा में शिवपाल यादव को लेने की कहानी काफी आगे बढ़ चुकी है, पर अभी शिवपाल को कोई जल्दी नही है ! शहीद किसान राजबीर के परिवार से मिलकर भावुक हुए विधायक बलराज कुंडू की आंखों में छलक आये आँसू