-गुप्ता ने पंजाब विस अध्यक्ष से फोन पर की बात, चिट्ठी भी लिखीकहा -भविष्य में न हो ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति, उठाएं कड़े कदम, दोनों पक्षों में जल्द होगी बैठक

रमेश गोयत

चंडीगढ़, 10 मार्च। विधान सभा परिसर में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पंजाब के विधायकों द्वारा घेराव के प्रयास पर विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कड़ी आपत्ति जताई है। घटना के तुरंत बाद उन्होंने पंजाब के विधान सभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह से बात कर इस मामले में कड़ा संज्ञान लेने को कहा। इस पर राणा केपी सिंह ने भी खेद व्यक्त किया और कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे। इस संबंध में ज्ञान चंद गुप्ता ने उन्हें पत्र भी लिख दिया है। 

गौरतलब है की बुधवार शाम हरियाणा विधान सभा में बजट सत्र की कार्यवाही सम्पन्न होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्पीकर गेट के सामने पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान वहां कुछ पंजाब के विधायक और अन्य लोग पहुंच गए।उन्होंने हरियाणा विधान सभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री का घेराव करने की कोशिश और नारे लगा कर उग्र तरीके से विरोध प्रदर्शन किया।

ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि यह बहुत ही निन्दनीय, अशोभनीय व्यवहार है और संसदीय परम्पराओं और सिद्धांतों के विपरीत है। चूंकि यह दोनों विधान सभाओं का सांझा परिसर है, जिसमें विधायकों और मंत्रियों के आने जाने का एक ही रास्ता है। पंजाब विधान सभा के विधायकों का हरियाणा के मुख्यमंत्री का इस उग्र तरीके से घेराव करना और नारे लगाना एक गलत परिपाटी को जन्म देगा क्योंकि इस प्रकार की घटनाओं से दोनों विधान सभाओं के सयुंक्त परिसर में भाई-चारा खराब होगा और सौहार्द बिगडे़गा।

गुप्ता ने पंजाब विधान सभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा कि आप अपने प्रदेश के सभी विधायकों के सरंक्षक हैं। इसलिए भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास करें। गुप्ता ने उनसे इस दिशा में पंजाब विधान सभा के सभी विधायकों को उचित दिशा-निर्देश जारी करने का भी अनुरोध किया, ताकि भविष्य में विधान भवन में आपसी भाई-चारा और सौहार्द का वातावरण बना रहे। गुप्ता ने इस संबंध में दोनों पक्षों की बैठक करने को भी कहा है।

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