अब मेडिकल कालेज प्रेम नगर में नहीं भिवानी में बनेगा: उपायुक्त

भिवानी/धामु।  जिला प्रशासन बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत लिंग जांच पर रोकथाम व कन्या भू्रण हत्या को समाप्त के प्रति पूरी तरह से गंभीर है। प्रशासन द्वारा गठित टीम संदिग्ध जगहों पर नियमित रूप से छापेमारी कर रही है। इसी कड़ी में भिवानी की टीम ने बीती सात मार्च को उतराखंड के रूडक़ी में लिंग जांच करने वाले सेवानिवृत सीएमओ को गिरफ्तार किया है। टीम ने वहां पर प्रयोग में लाई जा रही अल्ट्रासाऊंड मशीन और बिचौलिये को भी मौके पर ही काबू किया है।

ये जानकारी उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने पै्रस वार्ता में दी। आर्य ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से जिला प्रशासन को रूडक़ी में एक सेवानिवृत सीएमओ द्वारा उसके क्लीनिक पर लिंग जांच किए जाने की सूचना मिली। पुख्ता जानकारी होने पर एक टीम का गठन किया गया। यह टीम सात मार्च को रूडक़ी में पहुंची। बिचौलिए के माध्यम से एक नकली ग्राहक गर्भवती महिला के लिंग जांच करने के बारे में बात की गई और 35 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। यह राशि आरोपी चिकित्सक को दी गई। इसी दौरान आरोपी सेवानिवृत सीएमओ को टीम में शामिल पुलिस ने बिचौलिए के साथ मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही अल्ट्रासाऊंड मशीन को काबू कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि आरोपी सेवानिवृत सीएमओ के क्लीनिक पर अल्ट्रासाऊंड से संबंधित अनेक प्रकार की अनियमितताएं मिलीं। उपायुक्त ने कहा कि संदिग्ध अल्ट्रासाऊंड केंद्रों पर छापेमारी की जा रही है। परिणाम स्वरूप जिला में विगत वर्ष लिंगानुपात में 25 प्वाईंट की बढौतरी है, जिससे कि लिंगानुपात 895 से 920 पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि निरंतर बेहतरीन प्रयास करने के बदौलत ही जिला भिवानी को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा जो द्वितीय पुरस्कार के रूप में तीन लाख रुपए की राशि ईनाम स्वरूप दी गई है, उसे किशोरियों को एनीमिया व बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए किए जाने वाले कार्यों पर खर्च किया जाएगा।

पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर उपायुक्त आर्य ने बताया कि प्रेम नगर में मेडिकल कॉलेज स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम द्वारा नॉट फिजिबल किया गया है। इसी चलते यह मेडिकल कॉलेज अब भिवानी शहर में बनाया जा रहा है। इसका टेंडर दिसंबर महीने में हो चुका है। इस पर करीब 550 करोड़ रुपए की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि मेडिकल के लिए 20 एकड़ जमीन पशुपालन विभाग से, सात एकड़ जमीन मिल्क प्लांट से, छह एकड़ जमीन राजस्व विभाग से और तीन एकड़ जमीन जिला पुनर्वास से ली गई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन गांव प्रेम नगर निवासियों के साथ है। उन्होंने बताया कि 18 मार्च के बाद गांव प्रेम नगर के प्रतिनिधिमंल की सीएम से मुलाकात करवाई जाएगी, इसको लेकर गांव के प्रबुद्ध लोगों से निरंतर बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला में शांति व कानून व्यवस्था भंग नहीं होने दी जाएगी और किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नही है।

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