गांव तालु से महिलाओं के जत्थे हुए रवाना भिवानी/मुकेश वत्स संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज सोमवार को महिला दिवस के मौके पर किसानों के धरने पर ही महिला दिवस मनाया तथा धरने की बागडौर महिलाओं ने संभाली। महिला ही मुख्यअतिथि तथा महिला ही मुख्य वक्ता रही। इसके तहत जिला से भी प्रत्येक गांव की महिलाएं दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के धरने पर पहुंची। इसी कड़ी में जिला के गांव तालु से महिलाओं का जत्था महिला किसान गुड्डी देवी के नेतृत्व में दिल्ली बॉर्डर पर जारी धरने के लिए रवाना हुआ। इस मौके पर जत्थे को रवाना करते हुए किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश व केंद्र सरकार महिला सशक्तिकरण का नारा दे रही है, वही दूसरी तरफ महिला किसानों को धरने पर बैठने के लिए यह मजबूर कर रही है, यह सरकार की दोहरी मानसिकता को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों के धरने पर ही महिला दिवस मनाया जा गया, जिसके तहत महिलाओं ने धरने की कमान संभाली। महिलाएं हमारे देश की कृषि व्यवस्था की रीढ़ हैं। दुनिया का पहला किसान महिला को ही माना जाता है। उनके बिना खेतीबाड़ी की कल्पना करना भी मुश्किल है। घर में चूल्हे चौके से लेकर पशुधन को पालने से लेकर फसल की कटाई, निराई, गुड़ाई, धुलाई और चुगाई में महिलाओं की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि खेती का कार्य 75 प्रतिशत महिलाएं ही संभालती हैं। तालु ने कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं होती तब तक किसान पीछे हटेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानून को लाकर किसानों की माली हालत को ओर अधिक खराब करने का काम किया है। Post navigation शिक्षा समाज पोषित एवं संवेदना पैदा करने वाली हो: जितेन्द्र भारद्वाज प्राईवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ उतरे जनसंगठन, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन