रमेश गोयत

पंचकूला। हरियाणा बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कहा कि बदलते मौसम के चुनौतीपूर्ण समय में उपभोक्ताओं को नियमित बिजली सुनिश्चित करना बिजली विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गर्मी के महीनों में 10894 मेगावाट तक बिजली का उपयोग हुआ था और इस वर्ष वर्तमान में 12187 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। पंचकूला के शक्ति भवन में बिजली विभाग के सभी प्रबंध निदेशकों एवं इंजीनीयर समूह की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। भीषण गर्मी में बिजली अपूर्ति में आने वाली समस्याओं के पूर्व निदान हेतु उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ओवरलोडिड ट्रांसफार्मर जहां कहीं भी हैं उनकी ओवरलोडिंग को समाप्त किया जाए। 11 के.वी. सब-स्टेशन और लो-टेंशन लाईनों की मरम्मत भी की जाए ताकि गर्मी के मौसम में भी बिना अवरोध के सुगमता से बिजली आपूर्ति जारी रह सके।

श्री दास ने कहा कि बिजली की समस्या को निपटाने के लिए लम्बे फीडर को विभाजित करके छोटे-छोटे फीडर में बदला जाए। इसके अलावा, सभी स्टेशनों पर केपीसिटर बैंक को सुचार रूप से संचालित किया जाये। अगर 11 के.वी. की लाईन बार-बार ट्रिप हो रही है तो उस क्षेत्र से संबंधित एक्सईन उन कारणों का पता लगाये और उसकी रिपोर्ट क्षेत्र के एसई को दें।

उन्होंने एचवीपीएनएल और डिस्कॉम के सभी एसई को निर्देश देते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों के सब-स्टेशनों का तुरन्त प्रभाव से निरीक्षण करें और पाई गई खामियों का तत्काल निराकरण करें ताकि गर्मी और मानसून के दौरान निर्बाध रूप से विद्युत प्रवाह जारी रहे।

इस अवसर पर एचवीपीएनएल के प्रबंध निदेशक टी.एल. सत्यप्रकाश, एचपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक मोहम्मद शाईन, युएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक शंशाक आनन्द सहित अन्य निदेशक, मुख्य अभियंता, इंजीनीयर और अधिकारी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!