विदेशी लोगों से ऑनलाइन प्रिंटर रिपेयर करने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए ठगी करने वाले फर्जी कॉल सैंटर के आरोपी संचालक को थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने रंगेहाथ किया काबू।. आरोपी फर्जी कॉल सैंटर चलाकर फोनकॉल के माध्यम से ऑनलाइन प्रिंटर रिपेयर करने के नाम पर विदेशी लोगों को विश्वास में लेकर देता था ठगी करने की वारदात को अन्जाम। आरोपी द्वारा धोखाधड़ी करते हुए ठगी की वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया जा रहा 01 मेन लैपटॉप व 01 मोबाईल फोन किए गए बरामद।

गुरुग्राम में अवैध रूप से कॉल सेंटर्स चलाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर कड़ी नजर रखते हुए उनके खिलाफ तत्परता से कार्यवाही करने के लिए श्री के.के.राव IPS, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम उचित आदेश व दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।

श्रीमान पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम के निर्देशानुसार कार्यवाही करते हुए श्री करण गोयल, सहायक पुलिस आयुक्त DLF, गुरुग्राम ने इसी कड़ी में कार्यवाही की गई व इनकी देखरेख में आज दिनाँक 06.03.2021 को एक और फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया।

आज दिनांक 06.03.2021 को पुलिस थाना साइबर क्राईम, गुरुग्राम की पुलिस टीम को अपने विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से एक सूचना C-406 सैक्टर-50 निरवाना कोर्ट यार्ड के 4th फ्लोर पर Easy Global Solutions Pvt. Ltd. नाम से कॉल सैंटर चला कर विदेशी मूल के लोगों को स्पॉट सर्विस देने के नाम पर धोखाधडी करते हुए ठगी करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई।

इस सूचना पर थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए इस सूचना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी व कानून की सभी औपचारिकताओ को पूरा करते हुए एक पुलिस रेङिग टीम गठित की व रेङिंग टीम के सभी सदस्यों को सूचना के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया व बतलाया गया।

प्राप्त सूचना पर तत्परता से आगामी कार्यवाही करते हुए गठित की गई पुलिस टीम C-406 सैक्टर-50 निरवाना कोर्ट यार्ड के 4th फ्लोर पर Easy Global Solutions Pvt. Ltd. नाम से स्थित कॉल सैंटर में पहूंची तो कॉल सेंटर में 09 लडके व 04 लड़कियां अग्रेजी भाषा में हेडफोन लगाकर बात कर रहे थे तथा सभी के सामने कम्पयूटर सिस्टम रखे हुए थे। जिनकी पुलिस टीम द्वारा फोटो व विडियों किए गए। उस स्थान पर हाजिर टीम लीडर/मालिक से कॉल सेंटर चलाने के बारे में पूछा तो उसने बतलाया कि वह अपने साथी के साथ इस कॉल सैन्टर को चलाता है। पुलिस टीम ने जब कॉल सैन्टर से सम्बन्धित जरूरी कागजात, कंपनी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, DOT लाईसेंस, Mode of Payment आदि जानकारी मांगी तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और ना ही कोई कागजात पेश किए।

पुलिस टीम द्वारा उक्त स्थान पर हाजिर टीम लीडल/मालिक/संचालक का नाम पूछा तो उसने अपना नाम आयुष पुत्र वेदप्रकाश निवासी 20 विराट नगर, मॉडल टाउन, पानीपत हाल निवासी 45 SF निरवाना कंट्री सैक्टर-50, गुरुग्राम बतलाया।

उक्त आरोपी द्वारा फर्जी तरीके से कॉल सैन्टर चलाए जाने पर इनके खिलाफ थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में सम्बन्धित अधिनियमों की सम्बन्धित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया व आरोपी आयुष उक्त को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इसने BA तक शिक्षा प्राप्त की है और वर्ष 2004 से वर्ष 2019 तक इंडियारस ई कॉमर्स कम्पनी ओखला नई दिल्ली में नौकरी की थी, उसके बाद वर्ष 2019 में इसने ग्लोबल सर्विसेज साकेत दिल्ली में नौकरी की, जिसमें ऑनलाईन प्रिन्टर सर्विसेज का काम होता था। इसी दौरान फेसबुक के माध्यम से ऑनलाईन इसकी दोस्ती एक लड़के से हुई, जिसने इसे खुद को दिल्ली का रहने वाला बतलाया। उसने इससे कहा कि वह इसे Cannon, HP प्रिंटर रिपेयर के नाम पर ऑनलाईन ठीक करने के लिए USA के लोगों से प्राप्त होने वाली Inbond Call & Gatway प्रदान करा देगा। इस प्रकार से कम समय मे विदेशी लोगों के साथ ठगी करके मोटी रकम कमाई जा सकती है। उसके बाद इसने Easy Global Solution Pvt. Ltd. नाम की कंपनी अपने नाम पर रजिस्ट्र करवा ली और इसने बिल्डिंग किराए पर लेकर कालिंग के लिए 8/10 लड़के/लड़कियां को नौकरी पर रखा। कस्टमर से ऑनलाईन प्रिंटर ठीक करने के लिए उनसे 200/300 डॉलर तक फिक्स करके यह अपने साथी को कस्टमर का नाम व मोबाईल नंबर व जितने डॉलर में डील फिक्स हुई उसका विवरण फोन के माध्यम से दे देता था और इसका साथी आरोपी गेटवे के माध्यम से पेमेंट करवा लेता था। इसका साथी अपना 45 प्रतिशत हिस्सा निकालकर बाकी इसके ऑफिस सैक्टर-50, गुरुग्राम में आकर दे जाता। यह प्राप्त राशि को अपने अन्य साथियों को देखर बाकी अपने icici बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेता था।

आरोपियों द्वारा उपरोक्त अभियोग की वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया जा रहा 01 मेन लैपटॉप व 01 मोबाईल फोन भी पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से बरामद किए गए है।

आरोपी को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा।

पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी द्वारा अन्जाम दी गई वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ करते हुए बरामदगी की जाएगी। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

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