हर बच्चे को बिना डरे, जीवन जीने का अधिकार. बच्चों के लिए रात बनी चैन से सोने के लिए. अनमोल जीवन को, डर के बिना ही जीने दें फतह सिंह उजाला पटौदी। बच्चे भगवान की सबसे सुंदर रचना है। वे अनमोल उपहार हैं। उन्हें खिलने का और अपने पंखों को खोलने का पूरा अधिकार है। लेकिन हमारा देश बच्चों के खिलाफ हो रही अनेक आपराधिक घटनाओं का सामना कर रहा है। भारत में बाल यौन शोषण एक बड़ी चिंता है, जो दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बाल यौन शोषण से लड़ने के लिए यह जरूरी है कि हम सभी अपने-अपने तरीके से जिम्मेदारी उठाएँ। हरियाणा पुलिस के सहयोग से बाल संरक्षण के लिए हरियाणा राज्य आयोग ने यौन उत्पीड़न को खत्म करने के उद्देश्य से ’हिफाजत’ नामक एक राज्यव्यापी सामाजिक जागरूकता अभियान शुरू किया है। इस अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुश्री रीतू ने गुरुग्राम के डी ए वी पुलिस पब्लिक स्कूल में एक अभियान चलाया। सुश्री योगिता, इंस्पेक्टर, हरियाणा पुलिस ने छात्रों को यौन उत्पीड़न के बारे में जानकारी दी । उन्होंने बताया कि स्थिति की अनदेखी अक्सर चल रहे उत्पीड़न और उत्पीड़न के एक चक्र को जन्म दे सकती है। उन्होंने बच्चों को ’नहीं बोलने ’ और भाग जाने’ तथा ’चिल्लाने और बताने’ के लिए निर्देशित किया ।जब वे किसी के व्यवहार को अपमानजनक और अनुचित पाते हैं और उसे माता-पिता, शिक्षकों और किसी ऐसे व्यक्ति के संज्ञान में लाने के लिए कहा गया,जिस पर वे विश्वास करते हो। हिफाजत गीत और संदेश को नुक्कड-नाटक के माध्यम से जानकारी को खूबसूरती से व्यक्त किया गया था। नन्हें मुन्ने बच्चों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अधिकारियों और स्वयंसेवकों द्वारा सराहनीय प्रयास किए गए। Post navigation मानेसर में अब जल्द बनेगा गर्ल्स कॉलेज का भवन: एमएलए जरावता स्वतंत्रता सेनानी परिवार, समाज व राष्ट्र के गौरव है : सुनीता वर्मा