महिला का आरोप देवर-देवरानी ने सासू के इशारे पर की मारपीट. जान बचाने को छोटे बच्चों सहित गांव से पहुंची वापस पटौदी. पीसीआर पुलिस कर्मियों ने महिला को पहुंचाया नागरिक अस्पताल फतह सिंह उजाला पटौदी । पुलिस की छवि आम जनमानस की नजर में अपेक्षाकृत सही नहीं देखी और समझी जाती , लेकिन ऐसा भी नहीं है । पटौदी में खड़ी रहने वाली पीसीआर के पुलिसकर्मी एक पीड़िता महिला के लिए देवदूत बन गए । बुरी तरह से घबराई और लंगड़ा कर डरी सहमी बच्चों के साथ पटौदी में रेवाड़ी रोड पर एक पीड़ित महिला को पीसीआर के पुलिसकर्मियों ने पीसीआर में ही ले जाकर पटौदी के नागरिक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया । महिला जिसका नाम मुकेश पत्नी अमर सिंह निवासी नानू कला बताया गया है । इस पीड़िता के कहे मुताबिक वह पलवल के आसपास किसी गांव की रहने वाली है और हाल ही में अपनी ससुराल नानू कला बच्चों सहित पहुंची थी। पीड़ित महिला के द्वारा जो कुछ भी ब्यान दिया गया अथवा पुलिस को बताया गया उसके मुताबिक पीड़ित महिला को देवर और देवरानीयों ने उसकी सास के कहने और इशारे पर ही उसके साथ मारपीट की । पीड़ित महिला का यहां तक आरोप है कि उसका पति नशे का आदी है और कथित रूप से देवर व परिवार के अन्य लोग भी नशे की हालत में उसके साथ मारपीट करते हैं । महिला के मुताबिक वह कई दिनों के बाद अपनी ससुराल गांव नानू कला पति के घर पहुंची थी । लेकिन यहां पर उसके साथ और बच्चों के साथ बुरी तरह से मारपीट भी की गई । प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पटौदी रेवाड़ी रोड पर एक मेडिकल स्टोर के सामने महिला को डरे सहमे लंगड़ाते हुए, बच्चों को गोद में लिए रोते सिसकते देखा गया । इसके बाद में महिला के आसपास में भीड़ लग गई और वहीं पर ही मौके पर पीसीआर भी मौजूद थी । पीसीआर में मौजूद पुलिसकर्मी मोहित सहित अन्य पुलिसकर्मियों की जब नजर भीड़ पर गई तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो महिला ने पुलिसकर्मियों को देखकर बताया कि उसके साथ ससुराल वालों ने मारपीट की है । महिला से सही प्रकार चला फिरा भी नहीं जा रहा था , वही छोटे बच्चे भी बुरी तरह से डरे सहमे हुए दिखाई दिए । पीसीआर स्टाफ जब पीड़ित महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे तो वहां पर भी महिला इस हालत में नहीं थी कि वह स्वयं अपने पैरों पर चलकर अस्पताल परिसर में पहुंच सके । इसके बाद में अस्पताल के स्टाफ के द्वारा ही स्टेचर लाकर पुलिसकर्मियों ने मदद करते हुए महिला को और छोटे बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग में भिजवा दिया । यहां पर भी पीसीआर पुलिस कर्मियों ने पीड़ित महिला और छोटे बच्चों से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। डरी सहमी महिला का आरोप था कि उसके साथ पति मारपीट करता है, पति नशे का आदी है और परिवार के अन्य लोग भी मारपीट करते हैं । छोटे मासूम बचचों ने भी पुलिस स्टाफ को यही बताया कि ताउ और चाचा मारते-पीटते है। इसके बाद में पीड़ित महिला और बच्चों को अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया । वही पीसीआर में मौजूद पुलिसकर्मी मोहित से संपर्क किया गया तो उन्होंने जानकारी दी कि महिला और बच्चों को पटौदी में ही सड़क किनारे देखा गया था और महिला का कहना था कि उसके साथ मारपीट की गई है । ऐसे में महिला और बच्चों को उपचार के लिए पटौदी के नागरिक अस्पताल पहुंचा दिया गया । वही महिला के नानू कला परिजनों को भी महिला और बच्चों के विषय में जानकारी दे दी गई । फिलहाल पीड़ित महिला की तरफ से पुलिस में किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। Post navigation गौरी शंकर मंदिर के स्थापना दिवस पर कीर्तन व भंडारा अब स्वीकृति के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनेगा