आवागमन का रास्ता बंद, ग्रामींणों में फूटा गुस्सा

दिल्ली-रेवाडी रेलवे लाइन पर फाटक नंबर 35 पर अंडर पास.
ढाई करोड के अंडर पास 31 मार्च तक बनाने की डैड लाइन.
85 एकड़ क्षेत्र में खेतों-घरों में आना-जाना बना जी का जंजाल

फतह सिंह उताला

पटौदी।   दिल्ली – रेवाडी रेलवे लाइन पर फाटक नंबर 35 पर फर्रुखनगरखंड के गांव धानावास में रेलवे विभाग द्वारा बनाये जा रहे अंडर पास के कारण 85 एकड भूमि पर रह रहे दो दर्जन किसानों का रास्ता बंद होने से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों की मांग पर बुधवार को एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार व रेलवे विभाग के अधिकारी प्रखर पांडे व अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समस्या के समाधान के लिए आश्वासन दिया।

एसडीएम प्रदीप कुमार ने बताया कि उन्हें जिला उपायुक्त यस गर्ग से आदेश पर गांव धानावास में मामले को हल करने के लिए भेजा है। उनके साथ रेलवे के अधिकारी भी मौजूद है। उन्होंने किसानों से सुझाव मांगे है। समस्या पर विस्तार से चर्चा की है। मौके पर दिए गए सुझाव बता दिए गए है। जैसे ही पब्लिक समस्या के समाधान के लिए अपनी तरफ से 3 फीट का रास्ता डोनेट करके देगी तो समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। रेलवे के प्रखर पांडे का कहना है कि करीब ढाई करोड की लागत से अंडर पास का निर्माण किया जा रहा है। 31 मार्च तक कार्य पूर्ण किया जाना है। अगर किसान दो तीन फीट का रास्ता दे देते है तो उन्हें अंडर पास के साथ से रास्ता देने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। आज समस्या के हल के लिए ही एकत्रित हुए थे।

20 किसानों का रास्ता अवरुद्ध
डीसी को दी गई शिकायत में भारतीय थल सेना के सुबेदार सुशील कुमार, राम अवतार, जोरावर सिंह, बाबु लाल, ईश्वर सिंह, हवा सिंह, जगदीश यादव आदि ने बताया कि रेलवे लाइन दिल्ली से रेवाडी पर फाटक नंबर 35 पर अंडरपास का निर्माण कार्य चल रहा है। अंडर पास बनने से गांव धानावास के रेलवे लाइन से दूसरी ओर करीब 85 एकड़ भूमि के 20 किसानों का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। जिसके कारण उनका गांव से भी सर्म्पक टूट गया है। उनके घरों में खडे ट्रैक्टर, ट्राली, कार आदि वाहन भी पैक हो गए है। अगर किसी को कोई बीमारी हो जाती है तो उन्हे रेलवे लाइन पार करके या दूसरे खेतों की खड़ी फसल के बीच से वाहन गुजार कर अस्पताल जाना पडे़गा।

अंडर पास के साथ 2 करम रास्ता छोड़े
उसकी फसल भी पक कर तैयार है। रास्ता नहीं होने के कारण सफल मंडी तक ले जाना भ दुर्भर हो गया है।  उसकी जमीन से मुख्य रास्ते तक करीब 22 फीट का चैडा रास्ता है। जो अंडर पास बनने से बंद हो जाएगा। अंडर पास के साथ 2 करम का रास्ता छोडा जाये जिससे किसानों की जमीन और कृषि कार्य सुचारु रुप से चल सके। उन्होंने बताया कि अंडर पास के बंद हुए रास्ते को खुलवाने के लिए उन्होंने रेलवे विभाग के डीआरएम दिल्ली डिविजन व अन्य आला अधिकारियों को पत्र लिख कर समाधान की मांग की थी। लेकिन उनकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मामले की जांच के लिए जिला उपायुक्त ने एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार को जांच के आदेश दिए। मौके पर उनके साथ रेलवे विभाग के एडीइएन प्रखर पांडे और उसकी टीम के कर्मचारी भी मौजूद थे।

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