संत गुरु रविदास जयंती पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने की कई कार्यक्रमों में शिरकत

बादली के लाडपुर गांव में किया डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण
समाज के लिए अनमोल धरोहर है संत गुरू रविदास जी की सीख- सांसद दीपेंद्र
आत्मनिर्भरता का बहाना बनाकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ना चाहती है सरकार- सांसद दीपेंद्र
किसान को आत्मनिर्भर नहीं, कंपनी निर्भर बनाना चाहती है सरकार- सांसद दीपेंद्र
सरकार की ‘पेपर लीक करवाओ’, ‘भर्ती रद्द करो’ व ‘नौकरी हटाओ’ नीति की वजह से देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है हरियाणा- सांसद दीपेंद्र

27 फरवरी, झज्जरः राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज झज्जर के अनेकों सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। सांसद दीपेंद्र लाडपुर, जहांगीरपुर, बुपनिया, जहाजगढ़, अखेड़ी मदनपुर और लड़ायन समेत कई गांवों में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती के मौके पर करवाए गए कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने संत रविदास जयंती पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि संत रविदास जी द्वारा दी गई सीख समाज के लिए अनमोल धरोहर है। उन्होंने लोगों को कर्म की उपासना करना सिखाया। उन्होंने बताया कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। ईमानदारी से अपना कर्म करना ही भगवान की सच्ची भक्ति है। भगवान के बनाए इंसानों की सेवा करना ही सच्ची उपासना है। उन्होंने बताया कि इंसान को सदा सदकर्म और सेवा के मार्ग पर चलना चाहिए। संत रविदास जी ने गहन अध्यात्म को सरल भाषा में समाज को समझाया और उसे आम जीवन में उतारने का रास्ता लोगों को दिखाया।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मौके पर बादली हलके के गांव लाडपुर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। उन्होंने गुरू रविदास व बाबा साहेब को नमन किया और लोगों को संतों और महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेना का आह्वान किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री व झज्जर से विधायक गीता भुक्कल और बादली से विधायक कुलदीप वत्स समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

पत्रकारों से बातचीत में दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसान आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि एमएसपी और मंडी सिस्टम की वजह से खेती आत्मनिर्भर है। सरकार किसानों से ये व्यवस्था छीनकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना चाहती है और किसान को आत्मनिर्भर की बजाए कंपनी-निर्भर बनाना चाहती है। इससे ना केवल किसान बर्बाद होगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान होगा। किसान सरकार से कोई बहुत बड़ी मांग नहीं कर रहे, वो तो बस इतना चाहते हैं कि उन्हें उसकी फसल का लाभदायक मूल्य मिले। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि सरकार में नैतिकता नाम की चीज़ नहीं बची है। 250 कुर्बानियों के बावजूद सरकार आंदोलन का मजाक उड़ा रही है। लेकिन इतनी शहादतें देने के बाद भी किसान शान्ति के मार्ग से नहीं भटका। ये किसानों की नैतिक जीत और सरकार की नैतिक हार है।

किसानों के साथ दीपेंद्र हुड्डा ने नौजवानों के मुद्दों पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी की मार झेल रहे युवा सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पर अवाज बुलंद करके सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सरकार अन्य वर्गों की तरह युवाओं के मुद्दे पर भी चुप्पी साधे बैठी है। पूरे देश के मुकाबले हरियाणा में हालात और ज्यादा चिंताजनक हैं। क्योंकि बीजेपी-जेजेपी सरकार की ‘पेपर लीक करवाओ’, ‘भर्ती रद्द करो’ और ‘नौकरी हटाओ’ नीति का खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। इसी वजह से हरियाणा का युवा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है।

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