शहर में आवारा कुत्तों का आंतक, कब मिलेगी आवारा कुत्तों से निजात रमेश गोयत पंचकूला। शहर में आवारा कुत्तों का आंतक जारी है। हर महिने किसी न किसी बच्चें को आवारा कुत्तें अपना शिकार बना रहे है। जिसके कारण छोटे बच्चें बाहर गली में भी नही निकल पा रहे है। रविवार को पिंजौर के धर्मपुर कॉलोनी ग्रीन वैली घाटी वाला की 1 साल की बच्ची को गली के कत्तो न काट लिया। पिंजौर के धर्मपुर कॉलोनी ग्रीन वैली घाटी वाला की रहने वाली पूनम देवी ने बताया कि मेरी बेटी 1 साल की है और वह गली में बैठी हुई थी अचानक 4 से 5 कुत्तों ने आकर हमला कर दिया। साथ में बैठे लड़की के पापा ने बेटी की जान बचाई। नगर निगम पंचकूला द्वारा कनल हाउस के दावे खोखले साबित हो रहे है। नगर निगम या आम आदमी, कुछ दिन पहले ही कैनल हाउस का उद्घाटन पंचकूला के उपायुक्त व मेयर द्वारा किया गया था क्या यह दावे खोखले ही साबित रहेंगे या फिर बच्चों की जान कुत्तों के हाथ में बनी रहेगी। निगम ने गांव सुखदर्शनपुर में बेसहारा कुत्तों के रख-रखाव के लिये यह जगह बनाई गई है। कुलभूषण गोयल ने कहा था कि कानून के दायरे में रहते हुये नियमों की पालना करते हुये कुत्तों के रख-रखाव की दिशा में विशेष कदम उठाये जाये ताकि लोगों को कुत्तों की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि कुत्तों की समस्या को लेकर चुनाव के दौरान जो वादा किया था उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना है। Post navigation लेफ्टआउट हिन्दी शिक्षकों का इंतजार खत्म,पीजीटी पर होगी पदोन्नति कालका शहर के लिए अलग बिजली ट्रांसमिशन लाइन होना जरूरी : विजय बंसल