सर्वकर्मचारी संघ नेताओं ने कहा – सरकार दवाब बनाकर और लटकाकर आंदोलन बिखारने के फिराक में चरखी दादरी जयवीर फोगाट शहीद भगत सिंह के चाचा और पगड़ी संभाल आंदोलन के संस्थापक अजीत सिंह की स्मृति में कितलाना टोल पर 23 फरवरी को बड़ा आयोजन होगा। इस बात का ऐलान कितलाना टोल पर किसानों के चल रहे अनिश्चित कालीन धरने पर अध्यक्ष मंडल ने बैठक करने के बाद धरनारत किसानों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने इलाके के लोगों से इसमें बढ़चढ़कर भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि सरदार अजीत सिंह एक ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी किसानों के हित के लिए ब्रिटिश हुकूमत से लड़ने में गुजार दी। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा ने धरने को समर्थन देते हुए बताया कि सर्व कर्मचारी संघ का प्रत्येक कर्मचारी किसान आंदोलन के साथ अंतिम क्षण तक कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई में सहयोग करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के तानाशाही रवैया से आम जनमानस दुखी है। किसान, कर्मचारी छात्र, मजदूर, महिलाएं सरकार के झूठे वादों से तंग आ चुके हैं। बढ़ती महंगाई ने गरीब और मध्यम वर्ग की कमर तोड़कर रख दी है। उन्होंने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ अपनी मांग और मुद्दों के साथ किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान आंदोलन में मुकदमे बनाकर और लंबा खिंचकर बिखारने की फिराक में है लेकिन कामयाब नहीं होगी। डॉ संजय तंवर ने कहा कि सरकार आंदोलन में जाति पाती का कार्ड का खेलना चाहती थी जिसे लोगों ने फेल कर दिया। उन्होंने कहा कि किसान की कोई जाति नहीं होती। सभी वर्ग खेती से जुड़े हैं। इसलिए ये आंदोलन जनांदोलन बन गया है। कृष्ण कादयान ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला लोगों को लोकलुभावने नारे दे वोट बटोरकर भाजपा की गोदी में जा बैठे। आज किसानों पर ज्यादती हो रही है उसके बावजूद उनका सत्ता का लोभ नहीं छूट रहा। जनता समय आने पर इसका बदला जरूर लेगी। कितलाना टोल पर धरने के 59वें दिन सुरजभान सांगवान, बिजेंद्र बेरला, धर्मपाल महराणा, प्रभुराम गोदारा सुभाष यादव, कृष्णा सांगवान, हवा सिंह बेली ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर क्षेत्र को प्राइवेट सेक्टर की ओर बढ़ा देश को आर्थिक गुलामी की ओर धकेल रहे हैं। धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। आज भी टोल फ्री रहा। इस अवसर पर बलबीर बजाड़, सुरेंद्र कुब्जानगर, कप्तान रामफल, सुरेश कुमार, कमलेश भैरवी, पूर्व सरपंच निर्मला देवी, पूर्व सरपंच लवली, पूर्व सरपंच सुरेन्द्र घिकाड़ा, जगदीश हुई, हवासिंह बेरला, जयवीर, जगदीप, सोमबीर, देशराम भांडवा, कर्ण सिंह, जगदीश हुई, मौजीराम, सूबेदार सत्यवीर, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह इत्यादि मौजूद थे। Post navigation विधायक नैना चौटाला ने निभाया वायदा, हड़ौदी सड़क हादसे के शहीद किसानों की स्मृति में 27 लाख की लागत से बनेगी आधुनिक लाईब्रेरी बिंदर हत्याकांड को लेकर होगी सोमवार को आईजी से मुलाकात