– 99 में से 77 एसडीओ बाहरी प्रदेशों के लगाना सरकार की नीयत एवं गलत नीतियों पर खड़े करता है गम्भीर सवाल– रोजगार नहीं मिलने से निराश होकर अपराध की दलदल में धंसते जा रहे हैं प्रदेश के नौजवान– गलत सरकारी नीतियों की बदौलत ही हरियाणा आज देश भर में बेरोजगारी में है नम्बर वन रोहतक, 20 फरवरी : हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार सरेआम प्रदेश के युवाओं की उपेक्षा कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यह कहना है महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू का। मीडिया को जारी बयान में बलराज कुंडू ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी अपने चरम पर पहुंच चुकी है और हालात देखकर लगता है कि गठबंधन सरकार ने प्रदेश की युवा पीढ़ी को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। अगर, ऐसा नहीं है तो फिर क्या कारण है कि उत्तर व दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के एसडीओ ( इलेक्ट्रिक ) यानी असिस्टेंट इंजीनियर के कल जारी किए गए सामान्य वर्ग के परिणाम में 99 में से 77 हरियाणा से बाहर के लोग सिलेक्ट किये गए जबकि हरियाणा के मात्र 22 युवाओं का नाम ही इस लिस्ट में आया है। हरियाणा के बच्चों को पीछे करके बाहरी प्रदेशों के लोगों को नौकरियां देकर गठबंधन सरकार आखिर क्या साबित करना चाहती है ? 99 में से सिर्फ 22 हरियाणवी का यह आंकड़ा इस बात को साबित करता है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पूरी तरह दिशाहीन हो चुकी है जिसके पास बेरोजगारी की मार झेल रहे युवाओं को रोजगार देकर प्रदेश के उत्थान का कोई विजन ही नहीं है। सरकार की नियत और नीतियों में खोट के चलते ही हमारा हरियाणा आज बेरोजगारी के मामले में देशभर में नम्बर 1 की पोजिशन पर आ खड़ा हुआ है जबकि सत्तापक्ष के लोग बार-बार प्रदेश के युवाओं को 75 फीसदी रोजगार जैसे झूठे वादे कर बरगलाते रहते हैं। सरकार के उस 75 फीसदी रोजगार वाले झूठ के ढोल की पोल भी अब पूरी तरह खुल चुकी है। बलराज कुंडू ने कहा कि सरकारी आंकड़े खुद भी इस बात की गवाही देते हैं कि हरियाणा में युवा वर्ग तेजी से अपराध की राह पर जा रहा है जिसका मुख्य कारण बेरोजगारी है। सरकार युवा वर्ग को ना रोजगार दे पा रही है और ना ही स्वरोजगार अपनाने लायक नीतियां और सुरक्षित माहौल।सरकार की गलत नीतियों के परिणाम स्वरूप ही प्रदेश में अपराध का आंकड़ा भी लगातार ऊपर जा रहा है और आये दिन लूट, डकैती एवं हत्याओं जैसे जघन्य अपराधों की खबरें मीडिया की सुर्खियां बन रही हैं। Post navigation शरीरिक एवं बौधिक विकास के लिए खेल सबसे उचित जरिया : बलराज कुंडू देश-प्रदेश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों के पद, पैसे और प्रतिष्ठा में कटौती करना इस सरकार की रीति और नीति -दीपेंद्र हुड्डा