भिवानी/मुकेश वत्स फैडरेशन ऑफ प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा कक्षा पहली से लेकर पांचवीं तक के स्कूल खोले जाएंगे। स्कूल खोलने की तिथि की घोषणा 20 फरवरी को यहां वैश्य मॉडल स्कूल में आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में लिया जाएगा। बैठक में पूरे हरियाणा भर से 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। बैठक में अनेक मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा कर कड़े फैसले लिए जाएंगे। यह बात फैडरेशन आफ प्राईवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव राम अवतार शर्मा ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कही। शर्मा ने कहा कि कोरोना काल के बाद अब सब कुछ सामान्य है लेकिन कोरोना वायरस का बहाना बनाकर सरकार ने कक्षा पहली से लेकर पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को अभी नहीं खोला है। ऐसे में निजी स्कूल संचालकों को काफी परेशानी हो रही है। पहले सरकार ने 15 फरवरी से स्कूल खोलने की बात कही थी लेकिन अब अपना बयान पलटते हुए सरकार ने कहा है कि आगामी 1 मई से सत्र शुरू किया जाएगा। उन्होने कहा कि उन्हें एतराज नहीं है कि सरकारी स्कूल चाहे सरकार 1 मई से खोल दें लेकिन निजी स्कूलों पर यह फैसला लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों द्वारा बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाई गई है। अब अभिभावक भी चाहते हैं और बच्चा भी चाहता है कि वह स्कूल में आकर परीक्षा के माध्यम से अपना मूल्यांकन करवाए। ऐसे में सरकार को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सन 2007 में जब हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार थी तो उस दौरान प्राइवेट स्कूल संचालकों ने चंडीगढ़ में प्रदर्शन कर पैसेंजर टैक्स माफ करने की मांग की थी। उस दौरान भाजपा हरियाणा के अध्यक्ष भाजपा रामबिलास शर्मा व भाजपा नेता ओमप्रकाश धनखड़ ने निजी स्कूल संचालकों की मांगों का समर्थन किया था लेकिन आज जब हरियाणा में भाजपा सत्ता में आई तो स्कूल बसों पर पैसेंजर टैक्स लगा दिया। उस दौरान तो भाजपा नेताओं को स्कूल संचालकों की पैसेंजर टैक्स हटाने की मांग जायज लगती थी लेकिन आज जब इनकी सच्चाई तो यह मांग को अनुचित लग रही है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल पूरे हरियाणा में हजारों लाखों लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं ऐसे में स्कूल बंद होने के कारण फीस नहीं आने के कारण निजी स्कूल संचालकों ही नहीं बल्कि उनके स्टाफ सदस्यों की भी भूखा मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन पहले मुख्यमंत्री से मांग करती है कि निजी स्कूलोंको खोलने की अनुमति दे। Post navigation महिलाओं में रोष : सरकार का रसोई पर वार, नहीं सहेंगे अत्याचार मुजफ्फरपुर मे आंदोलनकारी किसानों पर हमले के विरोध में पुतला दहन