लाभार्थियों को पता नहीं कि उनकी फाइल रिजेक्ट या पास हुई, पार्षद मीना ने भेजी गवर्नर को चिठ्ठी

भिवानी/मुकेश वत्स

 भले ही सरकार पीएम आवासीय योजना के तहत लोगों को रहने के लिए आवास बनाने के लिए पर्याप्त बजट देने का दावा करती हो लेकिन वह हकीकत से कोसो परे है। बवानीखेड़ा के लोगों ने पीएम आवास योजना के तहत अनेक  लोगों ने आवेदन(फाइल) जमा करवाई थी। लेकिन कई वार्ड के लोगों को आज तक उनको आवास के लिए एक फुटी कौड़ी तक नहीं मिली। हैरानी की बात यह है कि दो साल का अरसा बीत जाने के बाद आज भी आवासीय योजना के तहत लोगों के केवल फाइल पूरी करवाने के लिए कागजात मांगे जा रहे है। वहीं अनेक लोगों को आज तक यह भी पता नहीं कि उनकी फाइल रिजेक्ट हो चुकी है या पास।

दूसरी तरफ इसी मांग को बवानीखेड़ा की वार्ड-4 की पार्षद मीना चौपड़ा ने उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को पत्र भेजा। उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने गरीब लोगों को छत उपलब्ध करवाए जाने को लेकर प्रधान मंत्री आवासीय योजना लागू की थी। जिसके तहत  इस योजना के लाभपात्रों से आवेदन मांगे थे। इसी कड़ी में बवानीखेड़ा कस्बे के अनेक लोगों ने आवेदन जमा करवाए थे। उस वक्त कहा गया था कि शीघ्र ही उनको इस योजना का फायदा मिल जाएगा। इन आवेदनों को जमा हुए करीब दो साल का अरसा बीत गया,लेकिन आज तक नगरपालिका ये तय नहीं कर  पाई कि कौन सा आवेदक का आवेदन सही है किसका गलत है।

फिलहाल नगरपालिका से कभी किसी तरह का कागजात तो कभी कोई कागजात जमा करवाए जाने को लेकर लाभार्थियों के पास नोटिस भेजे जा रहे है। नोटिस मिलने के बाद लाभार्थी जैसे.तैसे फिर से फाइल में कम बताए गए कागजात को जमा करवाने के लिए नपा कार्यालय पहुंचता है।

error: Content is protected !!