मंत्री ओमप्रकाश यादव के नेतृत्व में जिला मुख्यालय बचाओ संघर्ष समिति एवं हरियाणा व्यापार मंडल ने नारनौल ने मुख्यमंत्री से गुरुग्राम में की मुलाकात।
-मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में नारनौेल क्षेत्र की जनता के हित सुरक्षित।

भारत सारथी

नारनौल । नारनौल जिला मुख्यालय बचाओ संघर्ष समिति एवं हरियाणा व्यापार मंडल ने आज नारनौल मुख्यालय बचाव को लेकर प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता मंत्री ओम प्रकाश यादव के नेतृत्व में लोक निर्माण विश्राम गृह गुरुग्राम मे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ भी विशेष रूप से मौजूद थे। 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल  ने संघर्ष समिति के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिला मुख्यालय नारनौल में रहेगा जिला मुख्यालय को स्थानान्तरित करने का सरकार का कोई इरादा नही है। इसके लिए नारनौल के लोगों को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है।मंत्री ओमप्रकाश यादव ने जिला मुख्यालय को लेकर क्षेत्र के लोगों की भावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि जिला मुख्यालय नारनौल ही रहा है और भौगोलिक स्थिति से नांगल चौधरी, महेंद्रगढ़ अटेली से महज 15 किलोमीटर से 25 किलोमीटर की दूरी पड़ती है। सरकार द्वारा 4 फरवरी 2021 को जारी पत्र के अनुसार 10 फरवरी से प्रत्येक मंगलवार को जिले के सभी आला अधिकारी महेंद्रगढ़ बैठकर कार्य करेंगे। अगर मंगलवार को राय मलिकपुर बायल के अगर किसी व्यक्ति को किसी सरकारी कार्य से अफसरों से मिलना पड़ेगा तो उन्हें महेंद्रगढ़ जाकर मिलना पड़ेगा। जिसकी  दूरी लगभग 70 किलोमीटर पड़ जाएगी ।

जिससे आम नागरिक और व्यापारियों को भी परेशानी होगी।

मंत्री  ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिला महेंद्रगढ़ स्थित नारनौल का नाम बतौर जिला नारनौल किए जाने और वर्तमान में इस जिले की भौगोलिक स्थिति से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ और उसमें कोई परिवर्तन ना किये जाने का आग्रह किया।  उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया कि पंजाब-हरियाणा दोनों राज्यों में जब तक एक समान कोई स्टैंडर्ड व क्राइटेरिया सरकार द्वारा निर्धारित ना हो तब तक जिला न्यायालय स्तर पर विखंडन ना किया जाए और नए न्यायालय की स्थापना ना की जाए।

उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री को बताया कि नारनौल का इतिहास करीब साडे 400 साल पुराना है अकबर के जमाने में नारनौल में 17 तहसील होती थी। जिनका मुख्यालय नारनौल से महेंद्रगढ़ तो मात्र एक उप तहसील का दर्जा प्राप्त कस्बा हुआ करता था। जिस का पुराना नाम कानोड़ था।पटियाला महाराज के बेटे नरेंद्र सिंह के पुत्र महेंद्र सिंह के नाम पर महेंद्रगढ़ में एक किले का निर्माण करवाया गया था। बाद में उसके लिए का नाम महेंद्रगढ़ कर दिया गया था तथा कालांतर में कानोड़ शहर का नाम भी महेंद्रगढ़ कर दिया गया था मगर जिले का नाम नारनौल की जगह महेंद्रगढ़ करने का कहीं कोई गजट नोटिफिकेशन नहीं है।

मुख्यमंत्री ने मंत्री ओमप्रकाश यादव व उनके साथ गये प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि नारनौल मुख्यालय की यथा स्थिति रहेगी।  मंत्री व प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री का 143 करोड़ रुपए की लागत से  नहर का पुनरुत्थान करके नहरी पानी को अंतिम टेल तक पहुंचाने,नारनौल विधान सभा क्षेत्र को तीन-तीन हाईवे से जोडने, नारनौल में ट्रामा सैन्टर,100 बैड से 200 बैड का अस्पताल साथ ही अस्पताल में मरीजों के लिए अनेको सुविधाए जो कांग्रेस सरकार में महकमें का वजीर नारनौल विधानसभा का विधायक होने के बाद भी करवाने में नाकाम रहा जिसको भाजपा शासनकाल में उनके प्रयास से किया गया। नारनौल में विश्राम गृह ,मेडिकल कॉलेज खोलने,मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब सहित नारनौल में अनेकों विकास कार्यो तथा नौकरियों में पारदर्शिता देने व पुरे जिले में समान विकास कराने के लिए मुख्यमंत्री  मनोहर लाल का धन्यवाद भी किया।

मुख्यमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में संघर्ष समिति के प्रधान अशोक यादव एडवोकेट, हरियाणा व्यापार मंडल के जिला प्रधान बजरंगलाल अग्रवाल, नांगल चौधरी पंचायत समिति के चेयरमैन सुरेश यादव, निजामपुर पंचायत समिति चेयरमैन प्रतिनिधि जोगिंदर सिंह, करण सिंह यादव एडवोकेट, राकेश महता एडवोकेट, उमराव सिंह कौशिक एडवोकेट, चंद्र प्रकाश एडवोकेट, ओम प्रकाश यादव एडवोकेट, हरियाणा व्यापार मंडल के जिला महासचिव संदीप नूनीवाला, हरियाणा व्यापार मंडल मंडी अटेली के प्रधान रतन लाल गर्ग, जिला उपप्रधान राकेश अग्रवाल, सुभाष यादव एडवोकेट, विजयपाल  चौधरी एडवोकेट, दयानंद यादव एडवोकेट, विजय सिंह यादव एडवोकेट, पवन यादव एडवोकेट जिला पार्षद प्रतिनिधि कमल चौधरी, कमल फौजी दऩचौली, राजकुमार दऩचौली, राकेश दऩचौली मौजूद रहे। 

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