रेवाड़ी, 12 फरवरी 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने कहा कि गुरूवार को लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन कृषि कानूनों का इन्टेट व कन्टेट बताकर हम दो-हमारे दो की लुटेरी मोदी सरकार को ना केवल बेनकाब कर दिया है अपितु कृषि कानूनों पर मोदीजी का असली इन्टेट व कन्टेट बताकर क्रोनीजीवी मोदी का असली चेहरा भी जनता को दिखा दिया है।

विद्रोही ने कहा कि बुधवार को बडबौले मोदीजी ने लोकसभा में कांग्रेस पर कटाक्ष करके कांग्रेस सांसदों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने संसद में कृषि कानूनों के इन्टेट व कन्टेट पर एक शब्द भी नही बोला और काले कानून को वापिस लेने का तो राग अलापा जा रहा है, पर इन कृषि कानूनों में काला क्या है, यह नही बताया। शुक्रवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने मोदीजी को उन्ही की भाषा मेें करारा जवाब देकर भाजपा सांसदों को भौंचक्का करके उनकीे बोलती बंद कर दी।

विद्रोही ने कहा कि किसान आंदोलन में 217 से ज्यादा किसानों ने अपनी अमूल्य जान गवाई है, पर इन जाबांज अन्नदाता किसानों को न तो राज्यसभा व न ही लोकसभा में पीठासीन अधिकारियों व मोदी सरकार ने संसद में श्रद्धाजंली देना उचित समझा। मोदी सरकार का मृतक किसानों के प्रति ऐसा आचरण घोर आमनवीय व उपेक्षापूर्ण था। लेकिन गुरूवार को राहुल गांधी ने लोकसभा में अपना सम्बोधन पूरा करने के बाद कांग्रेस सांसदों के साथ लोकसभा में खड़े होकर दो मिनट का मौन धारण करके किसान आंदोलन में अमूल्य जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धाजंली देकर अन्नदाता के प्रति अपनी संवेदना जताई। वहीं अप्रत्यक्ष रूप से मोदी-भाजपा सरकार के अमानवीय व्यवहार को भी उजागर किया।

विद्रोही ने कहा कि संघी कितने किसान विरोधी व अमानवीय है, जब राहुल गांधी कांग्रेस सांसदों के साथ लोकसभा में खड़े होकर मृतक अन्नदाता किसानों को मौन रहकर श्रद्धाजंली दे रहे थे, तब भाजपा-एनडीए सांसद शेम-शेम के नारे लगाकर शोर-शराबा करके मृतक किसानों का संसद में घोर अपमान कर रहे थे।