कृष्ण ने अपना इकलौता बेटा खो दिया तो वहीं डेढ़ साल के तनिश के सिर से पिता का साया उठ गया। चरखी दादरी/नारनौल। हरियाणा के चरखी दादरी जिले में एसटीएफ ने एक बेगुनाह को मौत के घाट उतार दिया। यह घटना मृतक बिंदर के परिवार को जीवनभर का दर्द दे गई है। एसटीएफ से हुई चूक से जहां कृष्ण ने अपना इकलौता बेटा खो दिया तो वहीं डेढ़ साल के तनिश के सिर से पिता का साया उठ गया। एसटीएफ से यह ऐसी चूक हुई है जिसे अब कोई सुधार भी नहीं सकता। हत्याकांड को अंजाम देने वाली एसटीएफ टीम पर कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार सुबह मृतक बिंदर के पिता कृष्ण अन्य परिजनों और लोगों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे। मृतक के परिजनों ने एसपी विनोद कुमार से मुलाकात की और इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। हालांकि एसपी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि इस मामले में जिसकी भी लापरवाही उजागर होगी, उसको बख्शा नहीं जाएगा। एसपी से मिलने के बाद पीड़ित पक्ष मीडिया से भी मुखातिब हुआ। मृतक के पिता ने बताया कि वो सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि उसके निर्दोष बेटे की जनता के रक्षक ही हत्या कर देंगे। उन्होंने कहा कि बेटे बिंदर की मौत का अब तक परिवार को यकीन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि एसटीएफ की चूक से उन्हें ऐसा घाव मिल गया है जो जीवनभर नहीं भरेगा। कृष्ण का कहना है कि उसके बेटे की हत्या करने वालों पर पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करे। रोहतक एसटीएफ इंचार्ज पहुंचे मंगलवार को दादरी रोहतक एसटीएफ इंचार्ज भी अपनी टीम सहित मंगलवार सुबह दादरी पहुंच गए। एसटीएफ करीब चार घंटे से अधिक समय तक सीआईए में डेरा डाले रही। सूत्रों के अनुसार इस दौरान इस प्रकरण में हुई चूक की रिपोर्ट रोहतक एसटीएफ इंचार्ज ने भी उच्चाधिकारियों को भेज दी है। वहीं, एसपी विनोद कुमार का कहना है कि आरोंपी सिपाही हरेंद्र पेश हुआ है जबकि ब्रेजा भी रोहतक एसटीएफ ने बरामद करवा दी है। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि यह ब्लाइंड मर्डर था। पुलिस ने महेंद्रगढ़ चुंगी क्षेत्र में लगे सीसीटीवी खंगाले तो एक में ब्रेजा कैद हो गई। इसके बाद फुटेज को और बारीकी से खंगाला गया तो ब्रेजा के नंबर नजर आ गए। जांच के दौरान सामने आया कि रोहतक एसटीएफ टीम ब्रेजा में सवार होकर दादरी आई थी। एसपी ने बताया कि जिस सीसीटीवी में ब्रेजा कैद हुई थी उसके डीवीआर को कब्जे में ले लिया है। दो दिन बाद लगा लापता ध्यान सिंह का सुराग फायरिंग के बाद अल्टो चालक दिनेश और ध्यान सिंह ने भागकर अपनी जान बचाई थी। दिनेश सोमवार सुबह सिविल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हो गया था जबकि ध्यानसिंह का सुराग परिजनों को मंगलवार सुबह लगा है। ध्यान सिंह के पिता ने बताया कि बुधवार तक उसका बेटा घर लौट आएगा और उससे फोन पर बातचीत हुई है। मैंने इकलौता बेटा खोया, नहीं हो सकती भरपाई: कृष्ण कुमार मृतक बिंदर के पिता कृष्ण कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पुलिस टीम की चूक से उसने इकलौता बेटा खो दिया। पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। उन्होंने बताया कि बिंदर की शादी चार साल पहले सिया से हुई थी और उसका डेढ़ साल का बेटा है। इस चूक की अब कोई भरपाई नहीं हो सकती। 48 घंटे से नहीं सोया मैं, परिवार का बुरा हाल: रमेश फायरिंग के दो दिन बाद तक मेरे बेटे ध्यान सिंह का कोई सुराग नहीं लगा। रविवार रात के बाद से मैं और पूरा परिवार सोया नहीं है। मंगलवार सुबह बेटे से फोन पर बात हुई है और तब जाकर परिवार की चिंता थोड़ी दूर हुई है। एसटीएफ की यह कार्रवाई सरासर गलत है। पिछले 48 घंटे हमने जैसे बिताए हैं वो हम ही जानते हैं। Post navigation ‘रूदनजीवी’ कब से हो गए आप? मजदूर सभा ने मिल श्रमिकोंं की समस्याओं के समाधान की मांग की