एक-एक लाख के महिला सहित तीन ईनामी बदमाश दबोचे. प्लाटों के फर्जी मालिक बनकर किया करते थे खरीद-फरोख्त. अंसल कम्पनी द्वारा अलॉट किए गए प्लॉटो को बनाते निशाना. नकली आधार कार्ड भी पुलिस के द्वारा किये गए हैं बरामद फतह सिंह उजालागुरूग्राम। फर्जी तरीके से प्लॉट बेचकर करोङों रुपयों की हेराफेरी करने वाले एक-एक लाख के महिला सहित तीन ईनामी बदमाशों को अपराध शाखा डी.एल.एफ. फेस-4 व थाना सुशान्त लोक, गुरुग्राम की पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए काबू किया है। इस करोङों के फर्जीवाङे का मास्टरमाईनड अन्सल कम्पनी के प्लॉटों को रैकी करके उनके तथा फर्जी तरीके से उसके फर्जी मालिक बनाकर व उनके फर्जी बैंक खातों में रुपए ट्रान्सफर करवाकर नगदी निकाल लेने की वारदातों को अन्जाम देता था। आरोपियों के कब्जा से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद। किए गए है। एसीपी क्राइम प्रीतपाल सिंह ने जानकारी देते बताया कि आरोपियों ने फर्जी बैंक खातों से व इनके द्वारा रजिस्टर कराई गई फर्जी फर्म में 523 करोङ रुपयों से भी अधिक का लेनदेन किया गया है। वर्ष-2019 में गुरुग्राम पुलिस को अंसल कम्पनी द्वारा अलॉट किए गए प्लॉटो को फर्जी तरीके से बेचने के संबंध में प्लाटों के मालिकों के माध्मय से विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई थी। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह ने दी मामले की विस्तार से जानकारी दी। एसआइटी टीम द्वारा जांच के दौरान थाना सुशांत लोक, गुरुग्राम में दर्ज 04 व थाना सैक्टर-29, गुरुग्राम में 01 मामले में एक पंजाब का गैंग इस प्रकार फर्जी तरीके से प्लॉट बेचने में सक्रिया पाया गया। प्लाटों को फर्जी रुप में बेचकर व फर्जी रुप से करोङों रुपयों की धोखाधङी करने की वारदातों को अन्जाम देने में सक्रिय इस गिरोह को को काबू करने लिए निरीक्षक नवीन कुमार, प्रभारी अपराध शाखासीआइए डीएलएफ फेस-4, गुरुग्राम व थाना सुशान्त लोक गुरुग्राम की पुलिस टीमों ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए अभियोगों में सम्बन्धित सभी दस्तावेज प्राप्त किए गए व सक्रिय गैंग के सदस्यों को एक खाका तैयार करके उनकी सभी जानकारी हासिल करते हुए इस फर्जीवाङे को अन्जाम देने में शामिल एक महिला आरोपी सहित कुल 03 शातिर आरोपियों को सैक्टर-39, गुरुग्राम में एक गैस्ट हाउस से काबू करने में बङी सफलता हासिल की। इनकी पहचान कविता रानी उर्फ रिया सहगल पत्नी विनोद कुमार निवासी 14506, गली नं.-2, टीबा रोङ लुधियाना, पंजाब, उम्र 33 वर्ष, शिक्षा-10वीं, राहुल पुत्र दसरथ प्रसाद निवासी मकान नंबर-100 साहा कुली बस्ती जालंधर, पंजाब, उम्र 29, शिक्षा-12वीं और रणवीर कुमार पुत्र अविनास निवासी शहीद उद्द्म सिंह नगर, कोथड़ा रोड़ नजदीक बसरा पैलेश थाना शहर कपूरथला, पंजाब, उम्र-49, शिक्षा-10वीं के रूप में की गई है। पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ’आरोपित युवती कविता रानी उर्फ रिया ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जालसाजी करने की नियत से गुरुग्राम मे सुशांत लोक के पते पर फर्जी नाम रिया सहगल पत्नी अजय सहगल के नाम से पासपोर्ट बनवाया व फर्जी बैंक खाता खुलवाया हुआ है। यह फर्जी बैंक खाता फर्जी तरीके से प्लॉट बेचकर प्राप्त हुए रुपयों को ट्रान्सफर करने में खुलवाया हुआ है। इस फर्जी बैंक खाते में धोखाधङी करके फर्जी तरीके से 1 करोड़ 50 लाख रुपए ट्रान्सफर करके प्राप्त किए गए थे’ तथा वो रुपए अन्य खातों में विभिन्न माध्यमों से ट्रान्सफर किए गए। इसी प्रकार से आरोपी राहुल पुत्र दशरथ ने फर्जी बैंक खाता राहुल कुमार सोनी के नाम से खुलवाया हुआ है’ तथा ’आरोपी रणवीर कुमार पुत्र अविनाश उपरोक्त ने फर्जी पता 6, प्रथम तल वी/9 डीएलएफ फेस-3 गुरुग्राम में जसजीत नाम से फर्जी बैंक खाता खुलवाकर प्लॉट करीब 2 करोड़ रुपए मे फर्जी तरीके से बेचा था।’मास्टरमाइंड-सरगना संजय कथूरियापुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड-सरगना व मुख्य आरोपी संजय कथूरिया ने वर्ष-2018 के अंत मे जेल से बहार आने पर गुरुग्राम में अंसल के कंपनी के प्लाटों की रैकी व उनका रिकॉर्ड देखना शुरू किया तथा अपने साथियों 1. संदीप उर्फ मोटा, अजय सहगल उर्फ मोटा उर्फ आलोक कुमार, राकेश कुमार उर्फ राम निवासी फगवाड़ा पंजाब के साथ मिलकर फर्जी तरीके से प्लाटों को बेचने की योजना बनाई जिसके लिए इनको बहुत से व्यक्तियों की जरूरत थी । जो विभिन्न प्लाटों के फर्जी मालिक बना सके। राकेश कुमार उर्फ राम निवासी फगवाड़ा पंजाब के विभिन्न स्थानों से अलग-अलग व्यक्तियों को लेकर गुरुग्राम आता था। इनके द्वारा विभीन्न व्यक्तियों के नाम से फर्जी आईडी बनाई। फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम कुनाल करता था , जो पंजाब का रहने वाला है। ये मास्टरमाइंड अंसल के खाली प्लॉट सुशांत लोक-1 व पालम विहार मे देखते थे । फर्जी व्यक्तियों के फर्जी बैंक खाते खुलवाए । फर्जी व्यक्तियों को 50,000 से 1,50,000 तकअंसल कंपनी से विभिन्न प्लॉटो के पहले अलाटी के कागजात निकलवाते और इनके द्वारा पंजाब से लाए गए व्यक्तियों को प्लॉट के मालिक का ब्लड रिलेशन में फर्जी बेटा बनाकर पहले प्लॉट की फर्जी ट्रान्सफर डीड तैयार करवाते , उसके पश्चात फर्जी ट्रान्सफर डीड के आधार पर फर्जी तरीके से विभिन्न व्यक्तियों को प्लॉट की फर्जी सेल डीड करा देते थे और फर्जी व्यक्तियों के फर्जी बैंक खातों में खरीददार से पैसा जमा कराते थे। फर्जी व्यक्तियों को प्रॉपर्टी के रेट के हिसाब से 50,000 से 1,50,000 रूपए देते थे । उनके बैंक के कागजात चेक, फर्जी आइडी-आधार कार्ड आदि दस्तावेज अपने पास रखते थे। बैंक के खातों के चेकों पर साईन कराकर पैसे को अन्य बैंक खातों में जमा करा लेते थे जो अन्य बैंक खाते भी फर्जी कंपनियों के नाम से खुलवाए जाते थे। उपरोक्त फर्जी व्यक्तियों को दुबई लेजाने की बात करते थे जिसके लिए फर्जी प्क् पर पासपोर्ट बनवाया जाता था जिसके लिए चंडीगढ़ मे पासपोर्ट बनवाने के लिए एक एजेंट कमल नाम का व्यक्ति है। इस प्रकार अंसल के करीब 10 से अधिक प्लाटों को फर्जी तरीके से बेचा है। Post navigation वरिष्ठ नागरिकों एंव दिव्यांगजन का रखना होगा विशेष ध्यान – यश गर्ग सोहना मैं हुई किसान पंचायत