चंडीगढ़, 09 फरवरी। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद् द्वारा ई-अध्ययन: सेल्फ लर्निंग कोर्सवेयर फॉर डिजिटल टीचिंग आॅफ टीओटी इन हरियाणा नामक पायलट परियोजना 15 फरवरी से शुरू की जा रही है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल के तकनीकी सहयोग से 15 फरवरी से 26 फरवरी तक यह परियोजना संचालित होगी। उच्च शिक्षा परिषद् ने सेल्फ लर्निंग का पाठ्यक्रम तैयार किया है। इस पाठ्यक्रम के विभिन्न मॉड्यूल से आईसीटी के साथ नई आॅनलाइन शैक्षणिक वातावरण अपनाने का अवसर रा’य के प्राध्यापकों के लिए उपलब्ध होगा। प्राध्यापकों को आधुनिक शिक्षण प्रविधि से परिचय कराने, डिजिटली सशक्त होने के लिए पाठ्यक्रम के विभिन्न मॉड्यूल का परीक्षण किया जाना है। पायलट परीक्षण के बाद आवश्यकता के अनुसार रा’य के सभी प्राध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोविड-19 महामारी के कारण छात्रों के लिए आॅनलाइन शिक्षण एक नियमित सुविधा बन गई है। भविष्य में स्थिति सामान्य होने के बाद भी शिक्षण कार्य मिश्रित मोड में जारी रहने की संभावना है। बदलते परिदृश्य में प्राध्यापकों को शिक्षण की नई विधियों को जानने की आवश्यकता हो रही है। इस आवश्यकता की प्रतिपूर्ति हेतु ई-अध्ययन परियोजना में स्व-अध्याय के लिए डिजिटल शिक्षण मॉड्यूल की जानकारी प्राध्यापकों को दिया जाना है। जिससे वे विद्यार्थियों के साथ मिलकर डिजिटल कक्षा का वातावरण निर्माण कर सकें। आगामी 15 फरवरी से आॅनलाइन शुरू हो रहे इस परियोजना के मॉड्यूल पर विभिन्न सत्रों में विद्वान अपनी प्रस्तुति देंगे। प्रथम दिन मॉड्यूल एक में डॉ. राज कुमार, दूसरे दिन मॉड्यूल दो में रविंदर कुमार, तीसरे दिन मॉड्यूल तीन में डॉ. अंशु भारद्वाज, चौथे दिन मॉड्यूल चार में डॉ. मोहित श्रीवास्तव, पांचवें दिन मॉड्यूल पांच में डॉ. अंशु भारद्वाज, छठे दिन मॉड्यूल छह में डॉ. दिलीप रैना, सातवें दिन मॉड्यूल सात में सुश्री चंचल भारद्वाज विभिन्न विषयों पर अलग -अलग सत्रों में प्रस्तुति देंगे। 26 फरवरी के दोपहर 2 बजे इस परियोजना का अंतिम सत्र संचालित होगा। Post navigation चार राजपत्रित अधिकारियों व दो अराजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उत्तराखंड त्रासदी कोष में दिए स्वैच्छिक कोष से 11 करोड़