मंडन मिश्रा भिवानी : कभी हरियाणा की मिनी राजधानी कहा जाने वाला भिवानी जिला आज खड्डों का शहर बनता जा रहा है। चौधरी बंसीलाल के समय में जब प्रदेश के गिने-चुने शहरों में विकास कार्य होते थे उस समय भिवानी के सभी चौराहों पर लाल बत्ती भी लग चुकी थी परंतु आज भिवानी के विकास के नाम पर सिर्फ लीपापोती चल रही है। सरकार द्वारा करोड रुपए का बजट विकास के लिए जारी किया जाता है परंतु विकास कहीं भी दिखाई नहीं देता। आज आमजन परेशान हैं क्योंकि शहर के सभी प्रमुख सड़क टूट गई है जगह-जगह खड्डे बन रहे हैं जिनसे दुर्घटना की आशंका बढ़ती जा रही है। भिवानी की सबसे व्यस्त मार्गों में दिनोद गेट चोक पर एक बड़ा खड्डा बन गया है जिस पर आसपास के नागरिकों ने मलबा डालकर भरने करने का प्रयास किया जो कि कभी भी भयंकर दुर्घटना का केंद्र बन सकता है उसी प्रकार दिनोद गेट से घंटाघर के बीच में मित्तल प्रिंटिंग प्रेस के सामने सड़क बार-बार घस रही है और इस पर प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं जिससे कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। शहर के रामगंज मोहल्ला में सड़क पर भारी खड्डा बन गया जिससे आने जाने वालों में काफी मुश्किल का सामना हो रहा है। वही आमजन आज इस बात से परेशान हैं कि शहर में सरकार द्वारा करोड़ों की ग्रांट दी जाती है और करोड रुपए विकास कार्यों पर खर्च किए जा चुके हैं परंतु शहर में विकास कार्य दिखाई क्यों नहीं देते आखिर विकास कार्य पैसा किस प्रकार खर्च किया जाता है कि शहर अपनी दुर्दशा को दूर नहीं कर पा रहा बल्कि और गत में बढ़ता जा रहा है। जब करोड़ों रुपए खर्च होते हैं तो शहर का नक्शा ही बदलना चाहिए परंतु हर तरफ सीवरेज जाम है सड़के टूटी हुई है तो फिर वह विकास कार्य कैसे हुए ? Post navigation कानून इतना पर्याप्त और सरल होना चाहिए कि इसे किसान समझ सके संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने किया चक्का जाम, भारी पुलिस बल तैनात