किसानों के समर्थन में पूर्व सीपीएस पहुंचे जाम स्थल पर भिवानी/धामु। राष्ट्रीय किसान मोर्चा के आह्वान पर आज तीन घंटें का रोड जाम किया गया। जाम के दौरान किसी भी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। जाम स्थानों के पास भारी पुलिस बल तैनात रहा। मुख्य मार्ग आने-जाने वाहनों का स्ट बदल दिया गया। भिवानी के चारों ओर मुख्य सडक़ों पर किसानों द्वारा जाम लगाया गया। भिवानी-दादरी रोड पर कितलाना टोल के पास धरना दे रहे किसानों ने रोड को जाम किया। दूारी ओर बुवानीखेड़ा, तोशाम-हांसी रोड, कालुवास, धनाना, मुंढाल, बामला और खडक़ड़ी में आंदोलनरत किसानों ने रोड जाम किया। किसानों ने जाम के दौरान जम कर नारेबाजी की और तीनों किसान विरोधी बिलों को वापिस लेने की मांग की। इस मौके पर सीपीएम ने नेता कामरेड ओम प्रकाश ने कहा कि किसान आंदोलन को सभी वर्ग, जाति आसैर धर्मों का सहयोग मिल रहा है। किसान सरकार को किसान विरोधी कानून वापिस लेने पर मजबूर कर देंगे। युवा कांग्रेस के जिला प्रधान अभिजीत लाल सिंह ने कहा कि अभी सरकार को यह भी नहीं समझ नही आया है कि कानून काले कैसे हैं? उन्होने किसान विरोधी काले कानून वापिस लेने की मांग करते हुए कहा कि बहुमत होने के कारण भाजपा की सरकार हो सकती है पर सत्ता का असली मालिक किसान है। किसान अब सडक़ों पर उतर आया है और सरकार को कानून वापिस लेने को मजबूर कर देगा। दूसरे किसान नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों से बात करने की तो कहतू हैं पर किसानों के पास बातचीत का निमंत्रण तक नहीं भेज रहे हैं। किसान नेता जोगेंद्र तालु के नेतृत्व में किसानों ने गांव मुंढ़ाल में नेशनल हाईवे पर जाम लगाया और कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि देश का अन्नदाता पिछले 73 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है, लेकिन सरकार द्वारा उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व किसानों की आय दोगुना करने व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही थी, लेकिन आज रिपोर्ट तो लागू करना दूर बल्कि सरकार किसानों की जायज बात को भी अनसुना कर रही है। पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी किसानों के तीन घंटे के सांकेतिक जाम के बीच सुंदर नहर लगे जाम स्थल पर पहुंचे। उन्होंने का पूरा सहयोग व समर्थन करने का ऐलान किया और कहा कि सतारूढ सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसानों को सडक़ों पर आना पड़ रहा है। जाम स्थल पर गांव पपोसा, रोहनात,रतेरा, बोहल.सीपर, जमालपुर, हाजिमपुर आदि गांव के किसान मौजूद थे। भाजपा के नेता ही किसानों खालिस्तानी बोल रहे है, वे इसकी निंदा करते है। सुरक्षा की दृष्टि से रोडवेज की बसों को रोका: हरियाणा रोड़वेज के भिवानी डिपो ने किसान चक्का जाम को देखते हुए भिवानी से अन्य रूटों पर चलनी वाली बसों को रोका दिया। दोपहर 12 से 3 बजे के बीच करीब 30 बसे हुई प्रभावित हुई। इससे भिवानी डिपो को करीब साढ़े तीन लाख के नुकसान का अनुमान है। भिवानी से रोहतक, दिल्ली, हिसार, महम वाया पानीपत व सोनीपत जाने वाली बसों को स्थगित रखा गया। भिवानी डिपो के महाप्रबंधक गुलाब सिंह दुहन ने यह जानकारी दी। महाप्रबंधक गुलाब सिंह ने बताया कि सभी बसों के ड्राइवर व कंडक्टर को निर्देश दिए गए हैं जहां भी रोड जाम हो वह अपनी बसों को पीछे ही रोक ले किसी के साथ भी जोर जबरदस्ती नहीं करनी है। Post navigation भिवानी बना खड्डों का शहर, लगभग सभी मार्गो की सड़कें धसने लगी। कितलाना टोल का जुदा अंदाज- किसानों ने जमीन पर लेटकर लगाया जाम